ये अजीब इत्तेफाक है…रांची के कोतवाली थाने में बेरमो के कांग्रेस विधायक अनूप सिंह उर्फ जयमंगल सिंह आवेदन देते हैं कि झारखंड सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है। कुछ लोगों ने उनसे भी संपर्क किया है। गौर करने वाली बात ये है कि बेरमो उसी बोकारो जिले का विधानसभा क्षेत्र है जहां के दो आरोपियों को पुलिस ने सरकार के तख्तापलट के आरोप में गिरफ्तार किया है ।
कौन हैं निवारण महतो ?

निवारण महतो के जीजा सोनू महतो ने बताया कि दो दिन पहले बोकारो पुलिस निवारण को अपने साथ ले गई. बोकारो पुलिस ने कहा था कि लोहा चोरी से संबंधित मामले में पूछताछ करनी है। थोड़ी देर बाद उसे छोड़ दिया जाएगा । सोनू महतो ने बताया कि जब निवारण काफी देर बाद भी घर वापस नहीं आए तो वे लोग स्थानीय थाना पहुंचे। वहां से थाने की पुलिस ने उन्हें जानकारी दी कि निवारण को रांची ले जाया गया है। सोनू को थाने से ही यह जानकारी भी मिली कि रांची के कोतवाली थाने की पुलिस एक स्कॉर्पियो से उन्हें रातोंरात रांची लेकर गई है ।
जीतनराम मांझी की पार्टी से चुनाव भी लड़ चुका है निवारण महतो
झारखंड में सरकार गिराने की साजिश में गिरफ्तार निवारण कुमार महतो विधानसभा का चुनाव भी 2019 में लड़ चुका है। निवारण महतो में हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा सेक्युलर पार्टी से चुनाव लड़ा था। चुनाव में उसे 389 वोट मिले थे।
कौन हैं दूसरे आरोपी अमित सिंह ?

झारखंड सरकार गिराने की साजिश में जिस अमित सिंह को पुलिस ने उठाया वो बीएसएल में ठेका मजदूर है। उनकी वार्षिक आमदनी इतनी भी नहीं कि वो अपने परिवार का सही तरीके सा पालन-पोषण कर सकें । अमित सिंह के परिवार वालों ने बताया कि उनको भी पुलिस बुधवार देर रात ही बोकारो स्थित उनके घर से उठाकर ले गई । सरकार गिराने की साजिश की बात कहां से आई, इसकी जानकारी परिवारवालों को भी नहीं है । तीसरा आरोपी अभिषेक छोटा-मोटा व्यापारी है ।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग ?
स्थानीय लोगों ने बताया कि परसों रांची पुलिस की एक टीम ने निवारण महतो और अमित सिंह को परसों देर रात अपने साथ ले गई । दोनों का कोई राजनीतिक या अपराधिक इतिहास नहीं है । वहीं दूसरी ओर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभिषेक नामक युवक ने बोकारो के कुछ लोहा व्यापारी को कमीशन पर नगद राशि देकर आरटीजीएस करने की बात कही थी । 30% तक कमीशन देने की बात कही गई थी । यह एक अलग तरह का गिरोह है, सरकार गिराने के मामले से इस ग्रुप का कोई मतलब नहीं है ।
दोनों युवकों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं- अमर बाउरी
चंदनकियारी के विधायक एवं पूर्व मंत्री ने इस पूरे प्रकरण को महागठबंधन सरकार की घटिया हरकत बताया है। उन्होने कहा कि पुलिस हिरासत में ले जाए गए दोनों युवक का न तो तो किसी राजनीतिक दल से संबंध है और ना ही किसी अपराधी गिरोह से ही संबंध है । सिटी थाना क्षेत्र के रहने वाले दोनों युवक पर किसी तरह का आपराधिक मामला भी दर्ज नहीं है । सरकार एक साजिश के तहत भाजपा को बदनाम करने के लिए इस तरह के कुचक्र रच रही है । अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष चंदनक्यारी के विधायक पूर्व मंत्री अमर बावरी ने इससे सरकार की घटिया हरकत बताया है तथा कहा है कि सरकार लोगों का ध्यान अपने नाकामी से भटकाने के लिए इस तरह का कुचक्र रच रही है ।