Thursday 6th of February 2025 08:51:45 PM
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यह कहानी है लवप्रीत कौर और उनके बेटे की, जिन्होंने अमेरिका में अपने पति से मिलने के सपने को पूरा करने के लिए

एक करोड़ से अधिक रुपए खर्च किए। लेकिन उनका यह सपना चकनाचूर हो गया और उन्हें भारत वापस लौटना पड़ा।

डंकी रूट का खतरनाक सफर

लवप्रीत कौर 2 जनवरी को अपने 10 साल के बेटे के साथ पंजाब के कपूरथला जिले से अमेरिका के लिए रवाना हुई थीं। उन्होंने डंकी रूट चुना, जो एक बेहद खतरनाक और जोखिम भरा रास्ता है। इस रास्ते से होकर अमेरिका पहुंचने के लिए उन्हें चार महाद्वीपों से गुजरना पड़ा।

1.05 करोड़ रुपए खर्च

इस डंकी रूट की कीमत उन्हें और उनके परिवार को 1.05 करोड़ रुपए चुकानी पड़ी। लवप्रीत के परिवार के पास छह एकड़ खेती करने योग्य जमीन थी, जिसे उन्होंने इस सफर के लिए गिरवी रख दिया था। कुछ पैसे अमेरिका में रह रहे उनके पति ने भेजे थे, बाकी रकम कर्ज लेकर जुटाई गई थी।

मेक्सिको बॉर्डर पर हिरासत में

होंडुरास, ग्वाटेमाला होते हुए मेक्सिको के रास्ते अमेरिका में घुसने की कोशिश करते समय लवप्रीत और उनके बेटे को पकड़ लिया गया। उन्हें वहां हिरासत में ले लिया गया और 1 फरवरी को ही सैन्य विमान से वापस भारत भेज दिया गया।

सपने हुए चकनाचूर

अमेरिका की दहलीज पर खड़ी लवप्रीत का सपना चकनाचूर हो गया। पति से बगैर मिले उन्हें मजबूरन भारत वापस लौटना पड़ा।

क्या है डंकी रूट

डंकी रूट का सफर बेहद खतरनाक और जोखिम भरा होता है। यह आमतौर पर दुबई या शारजाह जैसे पश्चिम एशियाई एयरपोर्ट से शुरू होता है। यहां से लोगों को अजरबैजान या तुर्की जैसे देशों से होकर गुजारा जाता है। इसके बाद वे अटलांटिक पार करके पनामा जैसे देश में पहुंचते हैं और आखिरकार अल सल्वाडोर होते हुए मेक्सिको पहुंचते हैं। सबसे खतरनाक सफर अटलांटिक पार करने के बाद शुरू होता है। यहां स्थानीय एजेंट गुप्त रूप से टैक्सियों से ग्वाटेमाला से मेक्सिको तक का सफर तय कराते हैं। 500-600 किलोमीटर लंबा यह सफर 12-15 घंटे में पूरा होता है और इस दौरान कई चौकियों को पार करना पड़ता है।

कैसे पहुंचते हैं अमेरिका

प्रवासी हजारों किलोमीटर का सफर तय करके तिजुआना या मेक्सिकैली जैसे सीमावर्ती शहरों तक पहुंचते हैं और वहां से अमेरिका में घुसने के मौके की तलाश में रहते हैं।

पहली बार सैन्य विमान का इस्तेमाल

यह पहली बार है, जब अमेरिकी सैन्य विमान का इस्तेमाल लोगों को वापस भारत भेजने के लिए किया गया। इसके लिए प्रति व्यक्ति अनुमानित लागत 4,675 डॉलर आई है। अभी 104 लोग ही भारत आए हैं। अभी और के आने की संभावना है।

निष्कर्ष

लवप्रीत कौर की कहानी उन सैकड़ों परिवारों की कहानी है, जिन्होंने अमेरिकी सपने को पूरा करने के लिए अपनी जमीन तक गिरवी रख दी। डंकी रूट एक खतरनाक रास्ता है, और कई लोगों को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।

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