
आप यह जानकर हैरत में पड़ जायेंगे कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कई वर्षों तक हिमालय में रहने वाले किसी अज्ञात बाबा के इशारों पर चल रहा था। अगर आपको कुछ फायदा हुआ है तो यह ‘बाबा की कृपा’, अगर नुकसान हुआ तो इसे ’बाबा का कारनामा’ मान लीजियेगा। यह बात सही है और इसका खुलासा भी हो चुका है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्णा के मुंबई स्थित आवास पर जब इनकम टैक्स का छापा पड़ा तब इसका खुलासा हुआ। यह बात खुद चित्रा रामकृष्णा ने बतायी है। रामकृष्णा ने दिसंबर 2016 में एनएसई सीईओ का पद छोड़ा था।
आयकर विभाग की टीम ने चित्रा के घर की तलाशी के साथ तत्कालीन ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम के परिसरों में भी तलाशी ली है। इस छापामारी के दौरान पूछताछ में चित्रा रामकृष्ण ने किसी अज्ञात आध्यात्मिक और सिद्ध गुरु का जिक्र किया जिसके साथ वह महत्वपूर्ण गोपनीय जानकारियां साझा करती थीं। यही नहीं, जिस वरिष्ठ अधिकारी आनंद सुब्रमण्यन के घर को भी आयकर विभाग की टीम ने खंगाला है, उसकी नियुक्ति में भी अनियमितता का आरोप चित्रा पर लगा है।
मामला का खुलासा होने के बाद 11 फरवरी को मार्केट रेग्युलेटर सेबी ने चित्रा रामकृष्ण पर 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। सेबी की पूछताछ में चित्रा ने बताया था कि वह शेयर बाजार के मामलों में हिमालय के एक अज्ञात योगी से राय मशविरा करती थीं। रामकृष्ण ने अपने कहा था कि सुब्रमण्यन के कंपनसेशन के संबंध में फैसलों पर उन्हें हिमालय में रहने वाले एक योगी द्वारा सलाह दी जा रही थी। बता दें 2014 और 2016 के बीच चित्रा रामकृष्णा मैनेजमेंट के ढांचे, डिविडेंड की स्थिति, वित्तीय नतीजों, मानव संसाधन की पॉलिसी और संबंधित मामलों, रेगुलेटर को रिस्पॉन्स जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा करती थीं।
बता दें कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा शेयर बाजार है, जिसमें रोजाना 49 करोड़ ट्रांजेक्शन होते हैं। एनएसई का एक दिन का टर्नओवर 64 हजार करोड़ रुपये है। हर रोज बड़ी संख्या में इन्वेस्टर्स इस मार्केट पर ट्रेड करते हैं।