झारखण्ड विधानसभा का मॉनसूत्र सत्र अपनी तमाम कड़वाहटों के लिए जाना जाएगा। सरकार को सिर्फ अनुपूरक बजट और अपने जरुरत के विधेयक पास करवाने थे, लिहाजा उसने बिना चर्चा के ध्वनिमत से पास करवा लिए। इसी तरह विप7 को भी अपनी ताकत दिखानी थी, अपने वोट बैंक को ऐड्रेस करना था, इस मामले में विपक्ष भी सफल रहा। लेकिन पूरे विधानसभा सत्र के दौरान झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी की एक मांग पर सत्ता पक्ष और विपक्ष न सिर्फ सहमत था, बल्कि दोनों ओर से मेज थपथपाकर उस मांग का स्वागत भी किया गया।
क्या थी स्टीफन मरांडी की मांग ?
स्टीफन मरांडी ने सरकार से मांग की कि महंगाई बहुत है। उन्होने कहा कि सारे मैटेरियल का रेट बढ़ा हुआ है । ऊपर से जीएसटी के कारण भी बहुत नुकसान हो रहा है। इसलिए मेरी सरकार से मांग है कि विधायक फंड 4 करोड़ से बढ़ाकर आठ करोड़ किया जाय ।
स्टीफन दा के इतने कहते ही क्या सत्ता पक्ष और क्या विपक्ष, सभी ने मेज थपथपाकर स्वागत किया। स्पीकर ने भी हंसते हुए कहा कि ठीक है, मैं इस मामले को सरकार से दिखवा लेता हूं।
भानु प्रताप शाही ने किया समर्थन
पूरे सत्र के दौरान नारेबाजी करते दिखे भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही पहली बार झामुमो विधायक का समर्थन करते दिखे । उन्होने कहा कि छ-सात साल पहले विधायकों का फंड चार करोड़ तय किया गया था । तब से हर काम का एस्टीमेट बढ़ गया है। जिस पीसीसी सड़क को हमलोग 17 हजार में बनवाते थे, आज वो एक लाख तक पहुंच गया है। महंगाई भी बढ़ी है, जीएसटी से लेकर मिट्टी तक पर रॉयल्टी लग रही है। भानु प्रताप शाही ने कहा कि स्टीफन दा सबसे वरीष्ठ सदस्य है। उनकी मांग है कि विधायक कोटा 8 करोड़ कर दिया जाय तो सदन के किसी सदस्य को इसपर आपत्ति नहीं होनी चाहिए । या तो सरकार विधायक कोटा समाप्त कर दे, या फिर इसे बढ़ाकर आठ करोड़ कर दे, तभी हम लोगों की इज्जत बढ़ सकेगी ।