उज्ज्वल दुनिया, हजारीबाग। हजारीबाग में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी नियुक्तियां निकलते ही बवाल शुरू हो गया।
आदिवासी छात्र संघ ने इस पर विरोध दर्ज करते हुए झामुमो अल्पसंख्यक मोर्चा की जिलाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा है।
दरअसल जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी हजारीबाग के संविदा आधारित नियुक्ति निकाली है।
इसमें विभिन्न मेडिकल पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया है, जिस पर सवाल उठाते हुए आदिवासी छात्र संघ विनोबाभावे विश्वविद्यालय के अध्यक्ष विक्की कुमार धान ने ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने झामुमो अल्पसंख्यक मोर्चा की जिलाध्यक्ष रूचि कुजूर को ज्ञापन सौंपते हुए कहा है कि इसमें डीसी से हस्तक्षेप करने की गुजारिश की गई है।
इसमें कहा गया है कि नियुक्ति के लिए निकाले गए विज्ञापन में विभिन्न पदों पर अनुसूचित जनजाति को सिर्फ चार से पांच पद पर ही आरक्षण दिया गया है, वह भी छोट पदों पर।
यह झारखंड के आदिवासी बेरोजगार भाई-बहनों के साथ अन्याय है।
इस संबंध में रूचि कुजूर ने बताया कि डीसी से उनकी बात हुई, तो बताया कि हजारीबाग जिला अनुसूचित क्षेत्र नहीं है, इसलिए राज्य का आरक्षण नियमावली नहीं लागू होगा।
इधर रूचि कुजूर ने कहा कि झारखंड आदिवासी बहुल राज्य है। इसका गठन यहां के आदिवासी मूलवासी के उत्थान के लिए किया गया है।
झामुमो की सरकार में आदिवासी-मूलवासी की अनदेखी नहीं होगी। उन्हें नियुक्ति में प्राथतिकता देनी होगी।
बाहरी लोगों को कभी भी बहाल नहीं होने दिया जाएगा। जरूरत पड़ने पर आंदोलन भी किया जाएगा।