बोकारो। बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड अंतर्गत पतकी पुनर्वास क्षेत्र के मिर्जापुर गांव में जंगली हाथियों के झुंड ने जमकर तबाही मचायी है। हाथियों ने गांव के 5 घरों में उत्पात मचाया है जिसमें एक गृहस्वामी 3 घरों को तोड़कर पूरी तरह जमींदोज कर दिया है। वहीं घर तोड़ने के बाद हाथियों ने घर में रखे अनाज, चावल, गेहूं को चट कर गये साथ ही घर में रखें बर्तन, पलंग, चारपाई, टेलीविजन आदि को पटककर पूरी तरह तहस नहस कर दिया। जबकि परिवार के सभी सदस्य बालबाल बच गये।
ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों का झुंड चिग्घाड़ते हुए गांव में पहुंचा था। वहीं धान खाने की कोशिश में घरों को नुकसान पहुंचाया गया हैं। भुक्तभोगी 27 वर्षीय राजू सिंह ने बताया कि रात्रि साढ़े दस बजे अपने कमरे में सोया हुआ था । उसी क्षण हाथियों की ओर से घरों को तोड़ने की आहट मेरी मां कुलवंती देवी को सुनाई देने के बाद शोर मचाने लगी । जब दरवाजा खोल के देखा था सभी घरों में हाथी तोड़फोड़ कर रहे थे । तभी अपनी मां को पकड़कर कमरे के अंदर लाते हुए दरवाजा बंद करने का प्रयास किया । किन्तु हाथी के दरवाजे पर जोरदार प्रहार कर दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश कर गये तथा चारपाई को तोड़ने के क्रम मेरे साथ पांच माह की गर्भवती पत्नी अंजना देवी व मां को हल्के चोटे लग गयी।
थोड़ी देर बाद हाथियों के आगे बढ़ता देख किसी तरह जान बचाकर वहां से भागकर जान बचाई। वहीं हाथियों के झुंड बगल गजाधर सिंह के घर को दीवाल में दरारें पड़ गयी जबकि दुखलाल यादव के गोहाल एवं गिरिल को हाथियों ने तोड़ दिया। इधर ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग को जानकारी दिए जाने पदाधिकारी गांव में पहुंचकर हाथियों के द्वारा किये गए नुकसान की जानकारी ली गयी। बताया जाता है कि कोह-दिलीबेड़ा के जंगलों से होकर मिर्जापुर गांव में पहुंचे आठ हाथियों के झुंड से ग्रामीण ख़ौफ़ज़दा हैं बतातें चलें कि बीते मंगलवार सुबह को कोह गांव के महतो टोला में भी इन हाथियों के झुंड ने खेत में भिंडी तोड़ने गई महिला की पटककर मौत के घाट उतार दिया था।