
उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/ अजय निराला
हजारीबाग। जिले के चौपारण में बरही विधायक उमाशंकर अकेला यादव को भूमिहीन ग्रामीणों ने रविवार को पांच घंटे बंधक बनाकर रखा। ग्रामीणों ने उनके आवास पर बाहर से मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और गरीबों को जमीन दो, घर दो…की नारेबाजी करते रहे।
क्या है पूरा मामला ?
चौपारण प्रखंड की अतिउग्रवाद प्रभावित पंचायत दैहर के भदान, कैरी पिपराही, लालकिसुन चक, इचाक आदि के दर्जनों भूमिहीन ग्रामीणों ने बरही विधायक उमाशंकर अकेला को चौपारण स्थित आवास को घेरे रख। ग्रामीणों ने बताया कि पांच दशक से हमलोग वन भूमि पर झौपड़ी व मिट्टी का घर बना कर रहते आ रहे हैं। वन भूमि पर होने के कारण वन विभाग ने चार साल पहले कई घरों को अवैध घोषित करते हुए ढाह दिया था। जंगल में घर होने कारण कई बार हाथियों ने भी घर को क्षतिग्रस्त किया। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि उन्हें कोई सरकारी लाभ भी नहीं मिलता है।

बरही एसडीओ डॉ कुमार ताराचंद ने कहा कि जो भी ग्रामीण अहर्ता पूरी करते हैं, उन सभी भूमिहीनों को भूमि पट्टा मिलेगा। बरही एसडीओ के आश्वासन के बाद भूमिहीनों ने विधायक आवास के मुख्य गेट का ताला खोला। इधर विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि विधानसभा में वर्ष 2010 और 2020-21 सत्र में कई बार मांग कर चुके हैं। उन्होने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण मुख्यमंत्री से बात नहीं हो सकी है। उनसे मिल कर मांगों को गंभीरता से रखेंगे।