विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव फाउंडेशन ट्रस्ट के बैनर तले झारखंड आंदोलन के शहीदों के परिजन बिरसा चौक, रांची में बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मजदूरी करने के लिए मजदूरों के संग खड़े हो गए। शहीदों के परिजनों ने कहा कि झारखँड गठन के पश्चात से उन्हें सिर्फ आश्वासन मिले, नौकरी या अन्य सुविधाएं नहीं मिली। उनकी हालत मजदूरों से भी खराब है।
इस मौके पर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के प्रत्यक्ष उतराधिकारी एवं झारखंड सेनानी कोष संचालन समिति गृह मंत्रालय के सदस्य लाल प्रवीर नाथ शाहदेव ने कहा कि सरकार के द्वारा शहीद आदर्शग्राम योजना के तहत बहुत से कार्य किया जा रहा है, लेकिन उस योजना में शहीदों के परिजनों को रखा ही नहीं गया है । उन्होने यह भी बताया कि पितांबर निलाम्बर युनिवर्सिटी में शहीद परिजन कोमल खेरवार को नौकरी का पत्र तो दिया गया लेकिन नौकरी नहीं दी गई ।
बिरसा मुंडा के परिजनों से उनकी रैयती जमीन भी ले ली और नौकरी भी नहीं दी
लाल प्रवीर नाथ शाहदेव ने कहा कि बिरसा मुंडा के परिजनों से उलिहातु में आवासीय विद्यालय एवं स्टेडियम के लिए उनकी खेती वाली रैयती जमीन को सरकार ने ले लिया लेकिन उसके बदले नौकरी भी नहीं दी गई । जहां शहीद परिजनों को सरकार को कुछ देना है, वहीं दूसरी ओर सरकार उनकी रैयती जमीन को भी बिना कुछ दिये ले ली गई है । तेलंगा खड़िया के परिजनों को जमीन बंधक रख कर ईलाज करवाना पड़ रहा है,जीवन यापन का कोई उपाय भी नहीं है । सभी ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से शहीदों के एक एक परिजनों को अपने आवास पर बुला कर उनकी समस्याओं को हल करने का अनुरोध किया ।
इस अवसर पर शहीद बिरसा मुंडा के, आवासीय विद्यालय, स्टेडियम के लिए जमीन देने वाले शहीद परीजनों,तेलंगा खड़िया के परिजन, पितांबर निलाम्बर के परिजन, गुमला के अमर शहीद मुण्डल सिंह के परिजन उपस्थित रहे।