फौजी बुजुर्ग दंपत्ति की अपराधियों ने गला रेता की हत्या
कमरे में पति तो किचन में पत्नी की खून से लथपथ मिली लाश
मेदिनीनगर (उज्ज्वल दुनिया)। पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर में अपराधियों ने कल देर रात एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव के आप्त सचिव अरविंद कुमार के माता-पिता की घर में घुसकर हत्या कर दी गई है। घटनास्थल एमएमसीएच के समीप डाॅ. जीपी सिंह के क्लीनिक के बगल के गली में घटी है। घटना की सूचना मिलने के बाद शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची।ं बाद में पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा, एसडीपीओ सुरजीत कुमार आदि भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की विस्तार से जानकारी लेने के बाद घटना की सुराग को लेकर डॉग स्क्वायड टीम को भी बुलवाया। फिलहाल हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।
घटना रात में हुई या सुबह यह भी अभी तक स्पष्ट नहीं है। बताया जाता है कि दोनों मृतकों का गला रेता गया है, घर में खून के छींटे के निशान भी बिखरे पड़े हैं। जानकारी के अनुसार बिंदेश्वरी राम के घर में प्रतिदिन साफ सफाई के लिए एक नौकर आता था। गुरुवार के अहले सुबह नौकर जब काम पर पहंुचा तो फौजी के घर का दरवाजा खुला देखा। उसने घर के अंदर जाकर देखा तो पाया कि घर के अंदर खून से सने फौजी राजेश्वर चंद्रवंशी(75) व उनकी पत्नी शर्मिला देवी(70) का शव बरामदे में पड़ा हुआ है। उसने मुहल्लेवासियों को सूचना देने के साथ ही तत्काल मामले की जानकारी पुलिस प्रशासन को दी।
मौके पर पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि अपराधियों की मंशा हत्या करना ही था। घटनास्थल को देखने से प्रतीत होता है कि अपराधियों ने हत्या के इरादे से ही घटना को अंजाम दिया है। अलमारी और लॉक तोड़े हुए हैं, पुलिस सभी बिंदुओं पर अनुसंधान कर रही है। उन्होंने कहा कि मामले में एसआइटी का गठन किया गया है और रांची से एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि घटना का इंपैक्ट बता रहा है कि घर के अंदर हत्या करने की नियत से ही अपराधी घुसे थे। उन्होने कहा कि इस कांड को उन्होंने सर्वोच्च प्राथमिकता देकर छानबीन शुरू की है। एक्सपर्ट की टीम रांची से पहुंच रही है।
घटनास्थल से सारे एविडेंस कलेक्ट करने के बाद सील हटाई जाएगी। उन्होंने बताया कि परिजनों से बुजुर्ग दंपति की रूटीन की जानकारी ली गई है। पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उनकी रूटीन में क्या क्या था? कैसे लोगों से मिलना-जुलना होता था? किसी तरह की कोई पुरानी दुश्मनी थी या नहीं? उन्होंने कहा कि पूरे मामले को पारदर्शी तरीके से हैंडल किया जा रहा है। किसी कीमत पर आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार मामले में परिवार के साथ पुरानी दुश्मनी की आशंका से लेकर संपत्ति विवाद तक के एंगल को सामने रखकर जांच शुरू की गई है। इस सनसनीखेज वारदात की पूरी कहानी को सामने लाने में कुछ समय लगेगा। राजेश्वर राम चंद्रवंशी रिटायर सैनिक थे और पलामू में राजद के कद्दावर नेता रहे हैं।
घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। आशंका जताई जा रही है कि लूटपाट के दौरान घटना को अंजाम दिया गया है। फौजी राजेश्वर सिंह चंद्रवंशी के छोटे पुत्र अरविंद कुमार चंद्रवंशी झारखंड के मुख्यमंत्री सचिवालय में कार्यरत हैं। वहीं उनके के बड़े पुत्र अरुण कुमार चंद्रवंशी पलामू प्रमंडलीय आयुक्त के यहां कार्यरत है।
अरुण कुमार इससे पहले जिला जनसंपर्क कार्यालय में कार्यरत थे। घटना की सूचना मिलने पर राजेश्वर सिंह चंद्रवंशी के बड़े पुत्र अरुण कुमार सहित परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे। घटना के बाद से परिजनों और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। मौके पर पहुंचे चंद्रवंशी समाज के लोगों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच और अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।