
उज्जवल दुनिया संवाददाता/ अजय निराला
हजारीबाग। उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल हजारीबाग अंतर्गत चतरा जिले के इटखोरी थाना क्षेत्र के बड़कीचक निवासी पीड़ित सुबोध सिंह की पत्नी बंदना देवी ने डीआईजी को आवेदन देकर जानमाल की सुरक्षा की लगाई है। साथ ही जांचोपरांत कार्रवाई करने की मांग की है।
चतरा जिले के इटखोरी थाना क्षेत्र के बड़कीचक ( वर्तमान पता-इटखोरी जयप्रकाश नगर) निवासी महिला बंदना देवी बुधवार को डीआईजी कार्यालय पहुंची और आवेदन सौंपी। उन्होंने आवेदन में कहा है कि उनके पति सुबोध सिंह को झूठे केस में फंसाया गया है। 13 अगस्त को रोमी निवासी रंजीत सिंह उनके पति सुबोध सिंह के खिलाफ इटखोरी थाना प्रभारी से मिलकर कांड संख्या 87/ 21 दर्ज करवाया है, जो सत्य से परे है।
उन्होंने आगे कहा है कि मेरे पति और रंजीत सिंह के बीच रंगदारी मांगने का मामला पूर्व से चला रहा है। जिसके चलते जमीन विवाद को लेकर पूर्व से ही अदावत चली आ रही है। वह मेरे पति से जमीन और रंगदारी की मांग करते थे, नहीं देने के कारण रंजीत सिंह ने मारपीट की थी। जो इटखोरी थाना कांड संख्या 172 /20 दर्ज है। यह घटना 17 अक्टूबर 2020 की है।

बंदना ने कहा है कि रंजीत सिंह, बबलू सिंह उर्फ राजेश सिंह, पप्पू सिंह और अशोक सिंह इस मामले में नामजद आरोपी हैं। यह सभी आरोपी लगातार धमकी दे रहे हैं कि केस उठाओ नहीं तो जान मार देंगे। साथ ही यह भी कहते हैं कि तुम को समझ नहीं आ रहा है कि केस के 10 माह बाद भी हमारी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई ? स्थानीय पुलिस मेरे पाॅकटे में है और लोकल राजनीति भी मेरी मुट्ठी में है। उनके बात नहीं मानने का परिणाम है कि झूठे केस में मेरे पति को फंसाया गया है।
वंदना देवी ने कहा कि मेरे पति कोई घटना घटित नहीं किए हैं। 13 अगस्त को वे घर पर ही थे। उन्होंने षड्यंत्र रच कर मेरे पति पर दबाव बनाने के लिए इटखोरी थाना प्रभारी से मिलकर झूठी मामला दर्ज कराया है। इस मामले की सत्यता को जांच कराई जाए और दोषी पर कार्रवाई की जाए। वंदना देवी ने कहा कि इस मामले को लेकर वे चतरा एसपी से भी मिलकर आवेदन दी है। उनसे भी न्याय की गुहार लगाई है। चतरा एसपी इस मामले को गंभीरता से लिए हैं और पीड़ित की पत्नी को आश्वस्त किया कि न्याय मिलेगा।

