तेजस्वी यादव और चिराग पासवान दोनों यंग हैं, दोनो डायनेमिक लीडर हैं। अगर दोनों साथ मिलकर काम करते हैं तो बिहार के भविष्य के लिए अच्छा होगा। जिस तरह चुनाव से पहले बीजेपी और चुनाव बाद नीतीश कुमार ने चिराग पासवान की पीठ में खंजर घोंपा है, उसके बाद उन्हें फैसला लेने का पूरा अधिकार है । ये बातें कांग्रेस नेता भक्तचरण दास ने लोजपा में टूट और चिराग पासवान को आरजेडी के ऑफर पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा ।
चिराग को लेना है फैसला
बिहार के प्रभारी भक्तचरण दास ने कहा कि महागठबंधन का दरवाजा चिराग के लिए खुला है, लेकिन फैसला उन्हें ही लेना होगा। चिराग अपने बारे में सोंच-विचार कर फैसला लें। कंफ्यूजन में रहकर राजनीति नहीं की जा सकती। चिराग और तेजस्वी ही बिहार का राजनीतिक भविष्य हैं। आज नहीं तो कल बुजुर्ग नेताओं को इनके लिए रास्ता छाड़ना ही होगा।
आरजेडी ने भी दिया है खुल्ला ऑफर
लोजपा में टूट के बाद लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद चिराग पासवान को खुला ऑफर दे चुकी है । राजद नेता शिवानंद तिवारी चिराग को राजद में आने पर स्वागत करने की बात कह चुके हैं । वहीं विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा था कि चिराग पासवान तेजस्वी के साथ आएं और मिलकर काम करें ।