तेज प्रताप यादव ने राजद के अंदर महाभारत की चेतावनी दी है। उन्होने रामधारी सिंह दिनकर की कविता रश्मिरथी की पंक्तियां लेखकर इशारों-इशारों में अपनी बात रखी
हो न्याय अगर तो आधा दो, पर इसमें भी यदि बाधा हो
तो दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम
हम वहीं खुशी से खाएंगे, परिजन पर असि न उठाएंगे
तेज प्रताप द्वारा इन पंक्तियों को राजद में बंचवारे के उनके पैगाम की तरह देखा जा रहा है । इतना ही नहीं तेज प्रताप यादव ने राजद के अंदर महाभारत की चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ लोग उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। अगर मेरी हत्या हो जाती है तो मेरे कार्यकर्ताओं को पता है कि इसके पीछे कौन लोग हैं, वे महाभारत के लिए तैयार बैठे हैं ।
परिवार में अकेले और अलग-थलग पड़े तेज प्रताप यादव
तेज प्रताप यादव अपने परिवार में बिल्कुल अलग-थलग पड़ चुके हैं। लालू प्रसाद यादव उनका फोन तक नहीं उठा रहे । मां राबड़ी देवी मिलने तक को तैयार नहीं। शनिवार और रविवार को तेज प्रताप अपनी मां से मिलने की कोशिश करते रहे, लेकिन उनको सफलता नहीं मिली। लालू तेज प्रताप की हरकतों को देख बुरी तरह से नाराज हो गए हैं। हाल ये हो गया है कि उन्होंने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का फोन ही उठाना बंद कर दिया है।
बहनों ने भी दी पार्टी और परिवार से निकालने की चेतावनी
तेज प्रताप को उनके परिवार के सदस्यों ने चेतावनी दी थी और अपनी सीमा में रहने के लिए कहा था। क्योंकि वो जिस तरह से अपनी ही पार्टी को बदनाम कर रहे थे और वरिष्ठों का अपमान कर रहे थे, उससे लालू बहुत नाराज थे। तेज प्रताप की बहनों ने भी उन्हें चेतावनी दी है, उनसे कहा गया है कि लालू जी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकते हैं और उन्हें पार्टी से बाहर भी कर सकते हैं।
दिल्ली जाने की तैयारी में फंस गया पेंच
सूत्रों ने कहा कि तेज प्रताप यादव ने रविवार को रक्षाबंधन पर अपनी बहनों के पास जाने के लिए बाई रोड दिल्ली जाने की योजना बनाई थी। हालांकि तेज ने शनिवार को बताआ कि उनके अंगरक्षक, जिन्हें उनके साथ दिल्ली जाना था, ने तेजस्वी के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव के निर्देश पर अपने मोबाइल ही बंद कर दिए।