भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व विधायक शिवशंकर उराँव ने झारखंड ट्राइबल एडवाइजरी कॉउन्सिल (TAC) के गठन पर सवाल उठाते हुए कहा कि वर्तमान हेमन्त सोरेन की सरकार आदिवासी अधिकारों के साथ छेड़छाड़ करने के साथ-साथ आदिवासी सर्वमान्य नेता को अपमान करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि टीएसी के गठन में पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मराण्डी को सूची में पांचवें नंबर पर रख उनका अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार जनजाति समाज को आपस मे ही लड़ाना चाहती है।एक तरफ टीएसी के गठन में महामहिम राज्यपाल को प्राप्त संवैधानिक अधिकारों का हनन किया गया वही टीएसी गठन करने में नेता का अपमान किया गया। शिवशंकर उरावं ने कहा कि बाबूलाल मरांडी राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री है , भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे है, वर्तमान में भाजपा विधायक दल के नेता हैं। ये राज्य के सर्वमान्य नेता है, परंतु यह सरकार इन्हें बार-बार अपमानित करने पर आमादा है। सरकार के इशारे पर ही नेता प्रतिपक्ष का मामला लंबित है।
उन्होने कहा कि इससे सरकार की नीति और नियत स्पष्ट झलक रही है, हेमंत सरकार को ऐसे निर्णयों से बचना चाहिए।