मंगलवार की देर रात महाकुंभ के मौनी अमावस्या स्नान के दौरान संगम नोज पर भयानक भगदड़ मच गई। इस हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को एसआरएन अस्पताल ले जाया गया, जहां 36 का इलाज जारी है। मृतकों में 25 की पहचान हो चुकी है, जबकि पांच की पहचान की जा रही है।
कैसे हुई घटना?
रात करीब डेढ़ बजे बैरिकेडिंग टूटने से भीड़ बेकाबू हो गई। पीछे से अचानक लोगों का दबाव बढ़ने से श्रद्धालुओं का संतुलन बिगड़ गया और भगदड़ मच गई। कई श्रद्धालु नीचे गिर पड़े जिन्हें भीड़ ने कुचलते हुए आगे बढ़ना शुरू कर दिया। चीख-पुकार के बीच पुलिस और राहतकर्मी स्थिति को नियंत्रित करने पहुंचे।
पीएम और सीएम ने जताया दुख
घटना की जानकारी मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चार बार फोन पर बातचीत कर राहत कार्यों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए। गृहमंत्री अमित शाह और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी स्थिति की जानकारी ली।
राहत कार्य और हेल्पलाइन जारी
मेला प्रशासन ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया। 90 घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें 30 की मौत हो गई। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया है, जहां लापता लोगों की जानकारी ली जा सकती है।
अखाड़ों ने बदला अमृत स्नान का समय
घटना के बाद अखाड़ा परिषद ने सर्वसम्मति से अमृत स्नान का समय आगे बढ़ा दिया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि पहले श्रद्धालु स्नान करेंगे, इसके बाद संत स्नान करेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी संतों से फोन पर बात की।
मृतकों और घायलों की पहचान:
मृतक:
- मनित्रा देवी (50) – प्रयागराज
- बासुंती पोद्दार (61) – कोलकाता
- राजरानी देवी (60) – औरंगाबाद, बिहार
- गुलाबी देवी (73) – सुपौल, बिहार
- शिवराज गुप्ता (64) – झारखंड
- रामअवध शर्मा (65) – अज्ञात
- गुलइचा देवी (60) – अज्ञात
घायल:
- विमला देवी (65) – गोंडा
- शीला सोनी (66) – छतरपुर, मप्र
- गुड़िया पांडेय – औरैया
- गुड़िया का बेटा – अज्ञात
- नगीना देवी (56) – झूंसी
अखाड़ा परिषद का बयान:
अखाड़ा परिषद ने संतों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही है। प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं दोहराई जाएंगी। विस्तृत जांच के बाद ही घटना के कारणों का पूरी तरह खुलासा हो सकेगा।