केजरीवाल को तिहाड़ में इंसुलिन नहीं दी जा रही?
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल में बंद होने के बाद से ही उनकी सेहत को लेकर विवाद चल रहा है। आम आदमी पार्टी ने अब एक और आरोप उठाया है कि केजरीवाल को तिहाड़ में इंसुलिन नहीं दी जा रही है।
इस विवाद के पीछे का कारण है कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में। आम आदमी पार्टी के नेता कह रहे हैं कि इस मामले की वजह से केजरीवाल को तिहाड़ जेल में इंसुलिन नहीं दी जा रही है।
आप के आरोपों पर दिया गया जवाब
तिहाड़ जेल के सूत्रों ने इस आरोप का खंडन किया है। उनके मुताबिक, केजरीवाल को तिहाड़ जेल में उचित तरीके से इंसुलिन दी जा रही है। जेल के अधिकारियों ने बताया है कि केजरीवाल की सेहत का ध्यान रखा जा रहा है और उन्हें उचित मेडिकल देखभाल मिल रही है।
तिहाड़ जेल के सूत्रों का कहना है कि केजरीवाल को रोज़ाना नियमित अंतराल पर इंसुलिन की जरूरत पूरी की जाती है और उन्हें इसमें कोई असुविधा नहीं हो रही है। उन्होंने यह भी बताया है कि जेल में केजरीवाल की सेहत को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जा रही है।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में क्या है सच?
केजरीवाल के इस विवाद की वजह है कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामला। आम आदमी पार्टी के नेता कह रहे हैं कि केजरीवाल को इस मामले के चलते न्यायपालिका ने तिहाड़ जेल में भेजा है और उनकी सेहत को लेकर अनुचित व्यवहार हो रहा है।
हालांकि, इस मामले में अभी तक कोई स्पष्ट सबूत नहीं प्रस्तुत किया गया है। न्यायपालिका का कहना है कि इस मामले की जांच चल रही है और जब तक कोई सबूत नहीं मिलता, तब तक केजरीवाल को जेल में ही रहना होगा।
यह मामला भी दिल्ली की राजनीति में बड़ी हलचल मचा रहा है। आम आदमी पार्टी के समर्थक कह रहे हैं कि यह एक राजनीतिक साजिश है और केजरीवाल को बदनाम करने का प्रयास है। वहीं, दिल्ली के अन्य राजनीतिक दल इस मामले को गंभीरता से लेकर रहे हैं और इसकी जांच की मांग कर रहे हैं।
इस मामले में सच क्या है, यह समय ही बताएगा। जब तक न्यायपालिका की जांच पूरी नहीं होती है, हमें इस मामले में आरोप लगाने वाले और आरोपित दोनों पक्षों को समय देना चाहिए।