कांग्रेस पंजाब और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही लड़ेगी। इतना ही नहीं, अगले तीन साल तक कांग्रेस की प्रेसिडेंट सोनिया गांधी ही बनी रहेंगी । हां, उनकी टीम में कुछ युवा नेताओं को अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। कांग्रेस के एक बड़े नेता ने उज्ज्वल दुनिया को यह जानकारी दी ।
राहुल नहीं बनने वाले हैं कांग्रेस अध्यक्ष
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी खुद कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनना चाहते । सोनिया गांधी भी अगले तीन साल तक उन्हें अध्यक्ष बनने को नहीं कहेगी । 2024 में लोकसभा चुनाव हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस फिलहाल पार्टी प्रेसीडेंट को बदलने के मूड में नहीं है। यह अलग बात है कि वह शीर्ष स्तर पर फैसले लेते रहेंगे। कांग्रेस की नजर अगले लोकसभा चुनाव पर है। तब तक सोनिया गांधी ही कांग्रेस अध्यक्ष रहेंगी। बताया गया है कि 2024 के आम चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस में बड़ा फेरबदल हो सकता है। इसमें युवा कांग्रेस नेताओं के साथ गांधी परिवार के वफादारों को पार्टी संगठन के भीतर अहम भूमिका मिल सकती है।
चार कार्यकारी अध्यक्षों की होगी नियुक्ति
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी में चार कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति होने की संभावना है। ये चारों वर्किंग प्रेसीडेंट महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मदद करेंगे। गुलाम नबी आजाद, सचिन पायलट, कुमारी शैलजा, मुकुल वासनिक और रमेश चेन्नीथला कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष पद के लिए दौड़ में सबसे आगे हैं।
प्रदेश के मामले देखेंगी प्रियंका गांधी
हालांकि, इस फेरबदल में प्रियंका गांधी वाड्रा की भूमिका पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। अभी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की कमान संभाल रखी है। अगले साल उत्तर प्रदेश में चुनाव होने हैं। वाड्रा पर प्रदेश के मामलों की देखरेख की जिम्मेदारी है।