उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/ अजय निराला
हजारीबाग। हजारीबाग स्थित बरही के पडरिमा में जिस घर में दूल्हे के साथ बारात का इंतजार था, शुक्रवार को वह आंगन आंसुओं की बरसात में डूबी हुई थी। उमंग और खुशियों की जगह सहसा मातम और सिसकियों ने ले ली।
पिछले वर्ष पडरिमा के किसान नरेश यादव ने अपनी इकलौती पुत्री का विवाह कोडरमा के सतडीहा निवासी विजय यादव के पुत्र मंजीत यादव उर्फ राकेश रंजन से तय की थी। युवक पेशे से इंजीनियर था और वह हैदराबाद में टीसीएस में नौकरी करता था।
30 अप्रैल को कोडरमा से बरही पडरिमा के लिए बारात आनी थी, लेकिन इससे पहले दूल्हा कोरोना से संक्रमित हो गया और उसकी मौत हो गई। युवक के पिता बीसीसीएल धनबाद में कार्यरत हैं। धनबाद से शादी की खरीदारी के दौरान ही दूल्हे के संक्रमित होने की बात कही जा रही है।
धनबाद से मार्केटिंग कर लौटने के बाद दूल्हे की तबीयत बिगड़ने लगी। जांच कराने पर वह कोरोना संक्रमित पाया गया। घर में ही इलाज भी शुरू कर दिया, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूद था। शादी कार्यक्रम के दौरान ही दूल्हे की मौत हो गई। कोरोना काल में धूमधड़ाके से शादी करना बहुत ही खतरनाक साबित हो रहा है।
बरही प्रशासन की नजर यहां हो रहे वैवाहिक कार्यक्रमों पर है। शादियों में कम से कम लोगों को शामिल किया जाए, ताकि संक्रमण का खतरा कम रहे।