बोकारो । झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बोकारो निवासी राजेश ठाकुर को प्रदेश अध्यक्ष तक की कुर्सी तक पहुंचने में परिवार के सदस्यों का पूरा सहयोग मिला जिसके कारण राजनीतिक जीवन में सफल रहे ।
कैसे शुरु हुआ राजनीतिक जीवन ?
मैट्रिक की पढ़ाई बोकारो तथा इंटर की पढ़ाई मुजफ्फरपुर में करने के बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी की रोक की जहां पढ़ाई के साथ-साथ एनएसयूआई के प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी संभाली वर्तमान से सामाजिक कार्यों में रुचि लेने वाले राजेश ठाकुर दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान तत्कालीन अविभाजित बिहार के छात्रों को दिल्ली यूनिवर्सिटी में नामांकन एवं उनके रहने की व्यवस्था में भी सहयोग करते थे तथा उन्होंने इसके लिए एक कार्यालय भी खोल रखा था छात्र जीवन से ही राजनीतिक में रुचि रखने के कारण उनके पिता एनके ठाकुर माता स्वर्गीय सरोज भाई राजीव कुमार का पूरा सहयोग एवं स्नेह मिला कभी भी परिवार के सदस्य उनके राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यों में बाधा बनने की कोशिश नहीं की बल्कि पूरा सहयोग दिया ।
शादी के बाद बदल गई जिंदगी
शादी के बाद उनकी पत्नी पूजा ठाकुर का भी पूरा सहयोग उन्हें मिला क्योंकि पूजा ने परिवार की जिम्मेदारी संभाल ली एवं उन्हें राजनीतिक में सहयोग करने लगी डीपीएस जैसे प्रतिष्ठित स्कूल में शिक्षक की नौकरी पूजा ने बच्चों के लालन-पालन तथा श्री ठाकुर को सहयोग करने के लिए छोड़ दी जिसके कारण आज कम उम्र में देश की सबसे पुरानी पार्टी एवं राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनने में सफल रहे।
दोनों बेटे डीपीएस रांची में करते हैं पढ़ाई
राजेश ठाकुर के दो पुत्र राजवर्धन एवं यशवर्धन हैं जो दिल्ली पब्लिक स्कूल रांची के छात्र हैं उनका परिवार लंबे समय से झारखंड से जुड़ा हुआ है 40 के दशक में उनके दादाजी मुजफ्फरपुर से रामगढ़ में आ गए थे तथा रामगढ़ में व्यवसाय करते थे आज भी रामगढ़ में उनका घर है ।