नैनीताल: उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक उपभोक्ता को स्मार्ट मीटर लगवाने के महज 15 दिन बाद ₹46.60 लाख का बिजली बिल थमा दिया गया। यह मामला न केवल उपभोक्ता के लिए, बल्कि ऊर्जा निगम के अधिकारियों के लिए भी हैरानी का सबब बन गया है।
यह हैरान कर देने वाला मामला हल्द्वानी नगर निगम के वार्ड नंबर 43, अरावली वाटिका, छड़ायल का है। यहां रहने वाले हंसा दत्त जोशी ने 24 मार्च को अपना पुराना मीटर बदलवाकर नया स्मार्ट मीटर लगवाया था। कुछ दिन बाद जब उन्होंने ऑनलाइन अपना बिल चेक किया, तो वह ₹46.60 लाख दिखा।
जोशी ने बताया, “मैं बिल देखकर हैरान रह गया। मेरी आंखों को यकीन ही नहीं हुआ। मुझे लगा था ₹2000 से ₹4000 के बीच का बिल आएगा, लेकिन यह तो झटका देने वाला था।”
घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित ऊर्जा निगम कार्यालय में शिकायत की, जहां से उन्हें हिरानगर बिजली कार्यालय में शिकायत दर्ज कराने को कहा गया।
इसके बाद बिजली विभाग की टीम ने मौके पर जाकर मीटर की जांच की और पाया कि असल में उपभोक्ता का मासिक बिल केवल ₹400 के आसपास होना चाहिए। विभाग ने उपभोक्ता को आश्वस्त किया कि उन्हें केवल न्यूनतम बिल ही जमा करना होगा।
बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा ने बताया, “24 मार्च को उपभोक्ता का पुराना मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाया गया था। बिलिंग में गलती पुराने मीटर की एलईडी खराब होने के कारण हुई। पुराने मीटर से डेटा ट्रांसफर के समय यह गड़बड़ी हुई।”
उन्होंने आगे कहा, “मीटर की दोबारा जांच की गई और उपभोक्ता से केवल ₹400 का न्यूनतम बिल जमा करने को कहा गया है।”