परमबीर सिंह के Letter Bomb ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल ला दिया है। शुक्रवार को शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने एक शेर के जरिए महाराष्ट्र की “महाविकास अघाडी” गठबंधन पर इशारों इशारे में बड़ी बात कह दी। उन्होंने लिखा है कि
हमको तो बस तलाश नए रास्तों की है,
हम हैं मुसाफिर ऐसे जो मंजिल से आए हैं।
अब संजय राऊत कौन से नये रास्तों की तलाश में हैं इसका जवाब तो वही दे सकते हैं, लेकिन वो जिस मंजिल (NDA) से आए हैं, उसके बारे में तरह-तरह की चर्चा है । एक ट्विटर यूज़र ने आशंका जताई है कि कहीं उद्धव ठाकरे नीतीश कुमार की राह पर तो नहीं बढ़ रहे ?
अनिल देशमुख पर लगे आरोप गंभीर, एक-दो दिनों में फैसला- शरद पवार
इधर महाराष्ट्र सरकार में जारी घमासान के बीच पहली बार शरद पवार मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे आरोप बेहद गंभीर है। इसपर एक-दो दिन में फैसला हो जाएगा। वहीं उन्हीं की पार्टी NCP के बड़े नेता जयंत पाटिल ने कहा कि “अनिल देशमुख के इस्तीफे का सवाल ही पैदा नहीं होता”
शरद पवार ने चतुराई से गेंद उद्धव के पाले में डाला
शरद पवार ने इस सारे बवाल की गेंद उद्धव ठाकरे की गोद में डाल दी है । उन्होंने कहा कि ”
अनिल देशमुख मामले की जांच का अधिकार सीएम को है। सीएम उद्धव ठाकरे चाहे तो जांच करवा कर अनिल देशमुख पर फैसला ले सकते हैं।”
संजय राऊत ने शरद पवार को UPA का चेयरपर्सन बनाने की मांग की
इस पूरे बवाल के बीच एक बड़ी खबर ये है कि संजय राऊत ने शरद पवार को UPA का चेयरपर्सन बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर शरद पवार को UPA के Chairperson की कमान सौंपी जाती है तो शिवसेना आधिकारिक रूप से UPA में शामिल हो जाएगी । अभी हम सिर्फ महाराष्ट्र में UPA के साथ “महाविकास अघाडी” सरकार चला रहे हैं।