महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने अपने ही सहयोगी पार्टनर NCP के चीफ शरद पवार पर तीखा हमला बोलते हुए पूछा है कि NCP कोटे के मंत्री अनिल देशमुख 100 करोड़ रुपये प्रति माह की वसूली में खुद कितना रखते थे और शरद पवार को कितना देते थे । कुछ हिस्सा तो शरद पवार के पास पहुंचता ही होगा ?

क्या इसी पैसों से थर्ड फ्रंट बनाने चले थे शरद पवार?
संजय निरुपम ने पूछा है कि क्या NCP कोटे से मंत्री बने अनिल देशमुख को हटाने से ही सारे पाप धुल जाएंगे? उन्होंने कहा कि अनिल देशमुख तो बेचारे अपने मालिक के नमक का कर्ज अदा कर रहे थे । उनको मंत्री बनाने के एवज में कितना खर्चा-पानी देने पर डील हुई थी, इसकी भी जांच होनी चाहिए। इस 100 करोड़ प्रतिमाह में से शरद पवार के पास कितना जाता था, इसकी चर्चा क्यों नहीं हो ? क्या शरद पवार इन्हीं पैसों की बदौलत देश भर में थर्ड फ्रंट खड़ा करने की बात कर रहे हैं?
परमवीर सिंह के खुलासे खतरनाक ?
संजय निरुपम ने कहा कि परमवीर सिंह की चिट्ठी में दूसरा हिस्सा बहुत खतरनाक है । उन्होंने यह लिखा है कि दादरानगर हवेली के सांसद मोहन डेलकर की मुंबई में की गई आत्महत्या के लिए, महाराष्ट्र सरकारने हमें बता दिया है कि आपको क्या रिपोर्ट देनी है और किसको किसको फंंसाना है अब ऐसे में हम पुलिस अधिकारी नौकरी कैसे कर सकते हैं ?
शरद पवार जिम्मेदारी से बच नहीं सकते?
संजय निरुपम ने कहा कि शरद पवार खुद को महाविकास अघाडी गठबंधन का शिल्पकार बताते हैं। तो इस सरकार में हो रही गड़बड़ी की जिम्मेदारी भी उनको लेनी चाहिए। संजय निरुपम ने कहा कि शरद पवार कांग्रेस को खत्म करने के मिशन में पिछले कई सालों से जुटे हुए हैं।