नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मंगलवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के अपने समकक्षों के साथ चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बीजिंग में मुलाकात की।
इस मुलाकात की जानकारी खुद जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की:
“आज सुबह बीजिंग में एससीओ विदेश मंत्रियों के साथ राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भेंट की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुभकामनाएं उन्हें प्रेषित कीं।”
“भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों में हालिया प्रगति से उन्हें अवगत कराया। इस दिशा में हमारे नेताओं का मार्गदर्शन हमारे लिए महत्वपूर्ण है।”
🤝 भारत-चीन द्विपक्षीय पृष्ठभूमि:
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यह डॉ. जयशंकर की पहली चीन यात्रा है जब से गालवान घाटी में जून 2020 में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसने दोनों देशों के संबंधों को बुरी तरह प्रभावित किया था।
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बीजिंग में उन्होंने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से भी मुलाकात की, जिससे संबंधों में संवाद का एक और चरण शुरू हुआ।
🌏 एससीओ का परिचय:
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) एक बहुपक्षीय क्षेत्रीय संगठन है, जो राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा और सुरक्षा सहयोग के लिए काम करता है।
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स्थापना: वर्ष 2001, शंघाई
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स्थायी सदस्य राष्ट्र (10):
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चीन, रूस, भारत, पाकिस्तान, ईरान, बेलारूस, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज़्बेकिस्तान
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नई सदस्यता:
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भारत और पाकिस्तान को 2017 में स्थायी सदस्यता मिली।
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ईरान ने 2023 में और बेलारूस ने 2024 में पूर्ण सदस्यता प्राप्त की।
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इस संगठन का उद्देश्य आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद से लड़ना, क्षेत्रीय स्थिरता बढ़ाना और सदस्य देशों के बीच सहयोग को मजबूत करना है।