भाजपा का जवाब- अबतक तो परेशानी नहीं हो रही थी?
लखनऊ: झारखंड विधानसभा में अलग से नमाज़ के लिए कमरा देने का मामला अब धीरे-धीरे पूरे देश का विवाद बनता जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के कानपुर से विधायक इरफान सोलंकी ने यूपी विधानसभा के अंदर “नमाज के लिए अलग से कमरा” देने की मांग कर दी । उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा है कि मुसलमान विधायकों और विधानसभा कर्मियों को नमाज़ अदा करने में परेशानी होती है, लिहाजा विधानसभा के अंदर हमें एक “नमाज रूम” दिया जाय, जहां हम शांति से नमाज़ पढ़ सकें।
उन्होंने कहा कि इबादत भी जरूरी है और विधानसभा सत्र भी जरूरी है। विधानसभा अध्यक्ष चाहें तो इस पर निर्णय कर सकते हैं। इससे ना तो किसी को हानि होगी और ना ही कोई तकलीफ होगी। अब तो एयरपोर्ट पर भी अलग प्रेयर रूप होते हैं।
सपा विधायक कहा कि अभी झारखंड का मामला हाल में सामने आया है। सपा विधायक ने कहा कि हमारे यहां नमाज का टाइम तय है। एक प्रेयर रूम हो, छोटा सा ही सही लेकिन होना चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि किसी विधायक का प्रश्न लगा हुआ है। महत्वपूर्ण प्रश्न है और क्षेत्र का मामला है। उसी समय अजान हो गई। न तो प्रश्न छूटना चाहिए और न ही नमाज।
भाजपा का पलटवार
यूपी के खैरागढ़ से भाजपा विधायक महेश गोयल ने सवाल किया कि अबतक तो मुस्लिम विधायकों को परेशानी नहीं हो रही थी ? जैसे ही झारखंड का विवाद उठा, यहां भी इरफान सोलंकी जैसे विधायकों के पिछवाड़े में आग लग गई। लेकिन वो समझ लें कि ये योगीजी का यूपी है, यहां एक लिमिट से ज्यादा बकवास की तो ईलाज भी तुरंत मिलता है और दिमाग़ी मरीज ठीक भी हो जाता है।
क्या कहते हैं यूपी के विधानसभा अध्यक्ष ?
इस संदर्भ में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि उन्हें या उनके कार्यालय को इरफान सोलंकी का कोई पत्र नहीं मिला है, पत्र मिलने पर वह अधिकारियों के साथ विमर्श कर नियम संगत फैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि हम कानून और नियम से बंधे हुए हैं और उसी के अनुसार फैसला लेंगे।