सिमडेगा: हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले सिमडेगा की दो बेटियों का चयन टोक्यो ओलंपिक के लिए महिला हॉकी टीम में हुई है, जिसपर पूरे जिले गौरवान्वित महसूस कर रहा है। देखा जाए तो देश के लिए ओलंपिक गोल्ड जीतना हर खिलाड़ी का अपने जीवन भर का लक्ष्य होता है वही, अब झारखंड में सिमडेगा की बेटी सलीमा टेटे को यह मौका मिला है। सलीमा टेटे का चयन टोक्यो ओलंपिक में महिला हॉकी टीम में हुआ है। वहीं अब सलीमा टोक्यो ओलंपिक में भारत के जीत के लिए भारतीय महिला हॉकी में भारत को गोल्ड दिलाने के लिए पूरे दम खम लगाते नजर आएंगी।
महिला हॉकी की राष्ट्रीय टीम में सिमडेगा की बेटी सलीमा टेटे के साथ झारखंड की निक्की प्रधान का भी चयन किया गया है। झारखंड की दोनों बेटियों के भारत की महिला हॉकी टीम में चयन से सिमडेगा जिले भर का खेल जगत गौरवान्वित महसूस कर रहा वहीं पूरे जिले में जबर्दस्त उत्साह का माहौल देखा जा रहा है । हॉकी झारखंड के अध्यक्ष भोला सिंह हॉकी सिमडेगा के सचिव मनोज कोंबेगी सहित हॉकी के पदाधिकारियो ने दोनों खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी हैं।
सिमडेगा की बेटी सलीमा टेटे के चयनित होने पर सिमडेगा जिले में खास तौर से उत्साह का माहौल है। सलीमा के चयन पर स्थानीय हॉकी खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों ने खुशी जाहिर की है। उनका कहाना है कि करीब 40 वर्षों के बाद सलीमा के रूप में सिमडेगा ने ओलंपिक के लिए भारत के लिए खेलने वाला हॉकी खिलाड़ी दिया है।
ज्ञात हो कि इस टीम में स्क्वॉडगोलकीपर-सविताडिफेंडरः दीप ग्रेस एक्का, निक्की प्रधान(झारखंड), गुरजीत कौर, उदितामिडफिल्डर- निशा, नेहा, सुशील चानू पुखरांबम, मोनिका, नवजोत कौर, सलीमा टेटे (झारखंड)फारवर्ड- रानी, नवनीत कौर, ललरेमसिआमी, वंदना कटारिया, शर्मिला देवी भारत की ओर से शामिल रहेंगी। जबकि हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले सिमडेगा ने अबतक कई हॉकी के रत्नों को भारतीय टीम को सोपा जिनके द्वारा भारत का नाम विश्व पटल पर सुर्खियां बटोरी है।
जाने कितने हॉकी के रत्न को सिमडेगा ने इतिहास गढ़ने के लिए दिया है…
अब तक झारखंड से ओलंपिक के लिए सिमडेगा से चयनित हुए हॉकी खिलाड़ी
1928 जयपाल सिंह मुंडा
1972 माईकल किंडो
1980 सिलबानुस डुंगडुंग
1984 मनोहर टोपनो
1992 अजीत लकड़ा
2016 निक्की प्रधानऔर अब 2021 सलीमा टेटे एवम निक्की प्रधान