बिहार कांग्रेस में इस वक्त गजब का जातिवादी बखेड़ा खड़ा हो गया है। बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास किसी दलित को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाना चाहते हैं, लेकिन बिहार कांग्रेस के सवर्ण नेताओं का कहना है कि ले-देकर कांग्रेस के पास सवर्ण बिरादरी का ही समर्थन बचा है। अगर दलित प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर सवर्ण बिदक गये तो बिहार में कांग्रेस खत्म होने से कोई नहीं रोक सकता । बिहार कांग्रेस के सवर्ण नेता सवाल पूछते हैं कि कितने दलितों ने कांग्रेस को वोट दिया है ?
भक्त चरण दास ने राजेश राम के नाम को आगे बढ़ाया
बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने राजेश कुमार राम का नाम प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए आगे बढ़ाया है। लेकिन बिहार कांग्रेस के सवर्ण नेताओं का कहना है कि अगर मदन मोहन झा को हटाना है तो किसी सवर्ण को ही प्रदेश अध्यक्ष बनना चाहिए । अगर राजेश राम को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया तो उनसे पार्टी नहीं संभलेगा ।
सवर्ण नेताओं की बगावत भारी पड़ सकती है
बिहार कांग्रेस के अंदर फॉरवर्ड बनाम बैकवर्ड की यह लड़ाई बड़ा बवाल खड़ा कर सकती है। नीतीश कुमार की नजर पहले से कांग्रेस को तोड़ने पर लगी है। ऐसे में अगर बिहार कांग्रेस के अंदर अगड़ा-पिछड़ा की लड़ाई तीखी होती है तो नीतीश को एक बार फिर मौका मिल सकता है। सबसे मजेदार बात ये है कि नीतीश सवर्ण और पिछड़े हर तरह के विधायकों के संपर्क में हैं ।