एक ही RLSP और एक थे उसके नेता उपेन्द्र कुशवाहा। उपेन्द्र कुशवाहा खुद को कोयरी के सबसे बड़े नेता कहते हैं। अब उनकी पार्टी की हालत ये हो गई कि उपेन्द्र कुशवाहा ने खुद की पार्टी का विलय JDU में करने का एलान किया है लेकिन उन्हीं की पार्टी के दूसरे तमाम बड़े नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में RJD में शामिल हो गए। मतलब RLSP के आधे नेता इधर गए और आधे उधर, जो बच गए वो “सबलोग” पार्टी बनाकर अकेले चुनाव दर चुनाव हार रहे हैं।
लव-कुश एकता जिंदबाद के नारे लगे
JDU में औपचारिक विलय की घोषणा के साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने फूलों का गुलदस्ता देकर उपेन्द्र कुशवाहा का पार्टी में स्वागत किया। “लव-कुश एकता जिंदाबाद” के लगे। इस अवसर पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि कुछ लोग समाज की एकता तोड़़ने में जुटे थे, वे लव-कुश को अपने नीचे दबाकर रखना चाहते हैं, पर जबतक हमारी आपस की एकता कायम है, हमें कोई दबा नहीं सकता।
बिहार में सामाजिक समरसता है- नीतीश
नीतीश कुमार ने कहा कि अब भी कुछ लोगों को लगता है कि वे लाठी-गोली की बात कर बिहार का दिल जीत सकते हैं । उनके पास वही पुराना घिसा-पिटा जातिवादी सोंच है । लेकिन बिहार उससे बहुत आगे निकल चुका है। बिहार ने तरक्की को चुना है, बिहार ने न्याय के साथ विकास को चुना है। बिहार अब अंधेरे में दोबारा लौटने को तैयार नहीं है।