राजनीतिक तापमान बढ़ी,एम्बुलेंस से सीमेंट ढुलाई प्रकरण,भाजपा समर्थकों ने जताया असंतोष,
एम्बुलेंस से सीमेंट की ढुलाई चिंताजनक-सीएस
संजय/पवन राणा
कोडरमा/मरकच्चो। वैश्विक महामारी कोरोना संकट से गुजर रहे आम से लेकर खास लोगों तक को एक तरफ घायलों या मरीजों को तत्काल अस्पताल तक पहुंचाने के लिए समय पर एंबुलेंस के लिए एड़ियां रगडनी पड़ती है। तब जाकर उन्हें इसका लाभ मिल पाता है, वहीं दूसरी ओर जिले के मरकच्चो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का एम्बुलेंस नम्बर वाहन संख्या जेएच 01सीजे 4400 से सीमेंट ढुलवाया जा रहा था। बताया जाता हैं कि उक्त एंबुलेंस पर ग्रिड कारपोरेशन आंफ इंडिया के सौजन्य से आपात सेवा हेतू स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराया गया है। इस बाबत जब सीमेंट लदे एंबुलेंस चालक से स्थानीय पत्रकारों के अलावा की पंचायत प्रतिनिधियों ने जानना चाहा था कि आखिर किसके अनुमति से आपात काल में घायलों या गंभीर रुप से बीमार मरीजों को अस्पताल पहुंचाने हेतु तैयार रहने छोड़कर एंबुलेंस से सीमेंट ले जाया जा रहा है। तो पत्रकारों के अलावा आसपास के लोग भी एंबुलेंस चालक का जवाब सुनकर अचंभित रह गए। एंबुलेंस चालक ने बताया कि देवीपुर स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में मरम्मति का कार्य प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विपिन कुमार के देख रेख में कराया जा रहा है। और मरम्मति कार्य हेतु वहां सीमेंट की आवश्यकता थी। चिकित्सा पदाधिकारी ने मुझे निर्देश दिया कि दुकान से सीमेंट के बोरे को एम्बुलेंस पर लोड कर देवीपुर स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचा दें। मैंने तो चिकित्सा पदाधिकारी का आदेश का पालन किया है।
इधर सरकारी एम्बुलेंस पर आपात कालीन सेवा के लिए तैयार ना रहकर उसमे सीमेंट ढुलवाने का कार्य जान कर प्रखंड के जनप्रतिनिधियों ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। मरकच्चो दक्षिणी पंचायत के जिप सदस्य कैलाश यादव ने कहा कि एम्बुलेंस में सीमेंट की ढुलाई करना कहाँ तक उचित है यह जाँच का विषय बनता है,उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्य प्रखंड के उदासीनता को दर्शाता है।वही उत्तरी पंचायत के जिप सदस्य सह भाजपा जिला महामंत्री राजकुमार यादव ने कहा कि इस राज्य की सरकार के सभी तंत्र बेकार हो गए जिसके कारण ऐसे कार्य किये जाते हैं यही कारण है कि आपातकालीन के लिए रखा गया एम्बुलेंस से सीमेंट के बोरे को ढुलवाया जा रहा है।
वहीं इस सम्बंध में सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी मिली है। ओर वे इसकी जांच कर कार्यवाही की जाएगी, उन्होंने बताया कि एम्बुलेंस से केवल गम्भीर मरीज छोड़कर कुछ भी नहीं ढोया जा सकता, यहां तक कि स्वास्थ्य व्यक्ति भी बैठकर दूसरे जगह जाने की मनाही है। बहरहाल इस प्रकरण में जिले की राजनीतिक तापमान तेज हो गयी है। जहां एक ओर विपक्ष से जुड़े लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दे रहे है वहीं फिलहाल सत्ता पक्ष के लोग इस मामले पर चुपी साध ली है।
क्या कहते हैं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
मरकच्चो के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विपिन कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि सीमेंट लदा ऑटो खराब हो गया था, वहीं दवा पहुँचा कर आ रहे एम्बुलेंस में सीमेंट की बोरी को चालक ने लोड कर दिया।
जबकि एम्बुलेंस के चालक से पूछे जाने पर चालक ने बताया था कि सीमेंट की बोरी चिकित्सा पदाधिकारी के कहने पर लोड किया गया था और उन्ही के आदेश पर देवीपुर स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र में पहुचाने जा रहे थे।