
महाराष्ट्र सरकार की बस इतनी सी कहानी है । कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस अगला चुनाव अकेले लड़ेगी, उद्धव ने कहा कि अकेले लड़ने की बात करने वाले को जनता जूतों से पीटेगी और एनसीपी मजा लेते हुए कह रही है कि कुछ भी हो “जूतों से पीटने” वाली बात नहीं कहनी चाहिए थी, ये तो गठबंधन धर्म का अपमान हो गया।
उद्धव ने कांग्रेस को हैसियत याद दिलाई
शिवसेना के 55 वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस के कुछ नेताओं को अपनी हैसियत में रहने की सलाह दे डाली। कांग्रेस के अपने दम पर चुनाव लड़ने के मुद्दे पर ठाकरे ने कहा कि कुछ लोग अपने बल पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। कोरोना काल में हृदयविदारक स्थिति है। लोगों का रोजगार गया, रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। ऐसे में अगर कोई अकेले लड़ने की बात करेगा, तो लोग जूतों से मारेंगे।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कही थी अलग चुनाव लड़ने की बात
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा था कि कांग्रेस की बदौलत महाराष्ट्र की सरकार चल रही है, कांग्रेस किसी की बदौलत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर कांग्रेस आलाकमान इजाजत दे तो कांग्रेस अगला चुनाव अकेले लड़ने को तैयार है । उन्होंने यह भी कहा था कि अगर राहुल गांधी इशारा भर कर दें तो वे महाराष्ट्र का सीएम बनने को तैयार हैं। नाना पटोले के इसी बयान के बाद उद्धव ठाकरे ने जूता मारने वाली बात कही ।
तीसरे पार्टनर NCP का क्या है रुख ?
एनसीपी ने कांग्रेस और शिवसेना के बीच चल रही बयानबाज़ी से खुद को अलग रखा है। बहुत कुरेदने पर नवाब मलिक ने बस इतना कहा कि दोनों दलों के शीर्ष नेतृत्व को इस तरह की बयानबाज़ी से बचना चाहिए। उधर कांग्रेस नेता संजय राऊत ने उद्धव ठाकरे को गठबंधन धर्म की याद दिलाई है।
