24 जून
सर! कृषि मंत्री सामने ही हैं…. इन्हें बोल देते कि एनपीए वालों का भी माफ़ कर दें …. अबतक नहीं हो पाया है सर … जनता को जवाब देना पड़ता है …. किसान का नहीं माफ़ होगा तब तो अगली बार हार जायेंगे सर …. ! खिजरी से कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप जब इतना बोले ही थे कि झारखण्ड कांग्रेस के अध्यक्ष सह मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव का चेहरा लाल हो गया। जिसका असर उनके तीखे जवाब में साफ दिखा। पलटवार किये, तुमको तो मैं पढ़ा लिखा समझता हूँ यार …. तुम पढ़े-लिखे भी हो या नहीं …. सभी चीजों के लिए प्रक्रिया है न यार … झूठ बोल दें, ऐसे ही, बीजेपी की तरह …. ये कांग्रेस पार्टी है, यहाँ ऐसी ही राजनीति होती है … तुम्हें अगली बार पार्टी टिकट देगी, यह तय है क्या?

यह दृश्य कांके रोड के रॉक गार्डन का है। दरअसल कांग्रेसी विधायकों की नाराजगी की खबर के बाद अध्यक्ष ने यहां बैठक बुलाई थी। घंटों तक चली बैठक के बाद जब रामेश्वर उरांव जाने के लिए अपनी गाडी में बैठे ही थे कि उन्हें विदा करने आये राजेश कच्छप ने उक्त बातें छेड़ दी थीं। पार्टी के कुछ विधायक और मंत्री बादल पत्रलेख यह सब सुन रहे थे।
डॉ. उरांव यहीं तक नहीं रुके… कच्छप को बोलते हुए कहा, मै खुद अगली बार उम्मीदवार बनाया जाऊंगा या नहीं यह नहीं पता… और आप सब लोग यह स्पष्ट समझ लीजिये आपकी जीत और हार की जिम्मेवारी आपकी खुद की होगी …. पार्टी आपकी जिम्मेवारी नहीं लेने जाएगी … कांग्रेस पार्टी ऐसे ही चलती है, आप राजनीति में अभी आये हैं… मैं कई दशक से राजनीति में हूं … दबाव बनाने से कुछ नहीं होगा… सब समय पर ही होगा… नियम अनुसार ही होगा
डॉ. रामेश्वर उरांव का यह गुस्सा अकारण नहीं है। दरअसल पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. इरफान अंसारी की अगुवाई में दिल्ली गए चार विधायकों में राजेश कच्छप भी शमिल थे। चारों ने केंद्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह से मुलाकात की थी। प्रदेश संगठन के कुछ नेताओं की शिकायत तक किए जाने की बात सामने आई है।