अयोध्या: उत्तर प्रदेश पुलिस ने अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी देने के आरोप में मकसूद अंसारी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान मकसूद ने कई आतंकी मंसूबों का खुलासा किया, जिससे पुलिस और जांच एजेंसियों को महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
गिरफ्तारी और जांच का सिलसिला
मकसूद अंसारी, जो बिहार के भागलपुर जिले के बरारी इलाके का निवासी है, को यूपी पुलिस ने 13 सितंबर 2024 को गिरफ्तार किया था। इससे पहले, 22 अगस्त 2024 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के हेल्प डेस्क के वॉट्सएप नंबर पर धमकी भरा मैसेज भेजा गया था, जिसके बाद राम जन्मभूमि थाने में केस दर्ज किया गया था।
UP पुलिस ने भागलपुर पहुंचकर मकसूद के ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें कटिहार और बांका जिले के कुछ इलाकों में भी दबिश दी गई। पुलिस को मकसूद के पास से चार मोबाइल फोन मिले, जिनमें कई संदिग्ध संपर्क नंबर पाए गए, जिनका संबंध आतंकी संगठनों और अलगाववादी ताकतों से होने की आशंका जताई जा रही है।
टेरर फंडिंग और आतंकी साजिशों का खुलासा
मकसूद की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वह सीमा पार से मिलने वाली टेरर फंडिंग और फर्जी भारतीय मुद्रा के वितरण से जुड़ा हुआ था। पुलिस को इस बात के भी प्रमाण मिले हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई नेपाल के जरिए नकली नोट भारत में भेज रही थी, जिन्हें उत्तर प्रदेश, कश्मीर और अन्य राज्यों में फैलाया जा रहा था।
इसके अलावा, मकसूद की कॉन्टेक्ट लिस्ट में कुछ ऐसे नंबर और चैट मिले हैं, जो बांग्लादेशी आतंकी संगठन अंसार-अल-इस्लाम से जुड़े लोगों के हैं। यह संगठन भारत में जिहादी गतिविधियों को फैलाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
यूपी पुलिस और एजेंसियों की कार्रवाई
उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष दस्ते ने मकसूद की निशानदेही पर कई जगहों पर छापेमारी की और अब तक कई अहम सुराग जुटाए हैं। पुलिस इस पूरे मामले में उसके संभावित सहयोगियों और साजिशकर्ताओं की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है।
मंगलवार को चार दिनों की रिमांड समाप्त होने के बाद पुलिस मकसूद को कोर्ट में पेश करेगी। वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA), यूपी एटीएस और अन्य खुफिया एजेंसियां भी इस मामले में गहराई से जांच कर रही हैं।
राम मंदिर पर खतरे की साजिशें जारी
गौरतलब है कि 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से ही राम मंदिर को लेकर आतंकी संगठनों की ओर से धमकियां दी जाती रही हैं। 2023 में PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के गिरफ्तार किए गए सदस्यों से भी इस तरह की साजिशों के सुराग मिले थे।
यूपी पुलिस के अनुसार, मकसूद जैसे कट्टरपंथी तत्वों के जरिए बिहार, बंगाल और झारखंड में अलगाववादी ताकतों का नया नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुट गई हैं।
निष्कर्ष
राम मंदिर को उड़ाने की धमकी देने वाले मकसूद अंसारी की गिरफ्तारी और उसके खुलासे से एक बड़े आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश होने की उम्मीद है। यूपी पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस मामले में तेजी से जांच कर रही हैं ताकि किसी भी संभावित आतंकी घटना को रोका जा सके।