नई दिल्ली: भारतीय रेलवे यात्री आरक्षण प्रणाली (PRS) का पूर्ण नवीनीकरण कर रहा है, जिसे रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (CRIS) के माध्यम से क्रियान्वित किया जा रहा है। इस नवीनीकरण में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, नेटवर्क उपकरण, सुरक्षा संरचना और नई तकनीकों पर आधारित कार्यक्षमता का अपग्रेडेशन और प्रतिस्थापन शामिल है।
वर्तमान PRS प्रणाली 2010 में स्थापित की गई थी और यह टाइटेनियम सर्वर और ओपन वर्चुअल मेमोरी सिस्टम (VMS) पर चलती है। अब इसे क्लाउड तकनीक-संगत सिस्टम से बदलने की आवश्यकता है। वर्षों में यात्रियों की प्राथमिकताएं और आकांक्षाएं बदल गई हैं। आधुनिकृत PRS इन बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा।
रेलवे ने हाल ही में RailOne ऐप लॉन्च किया है, जिससे यात्री मोबाइल फोन पर आरक्षित और अनारक्षित टिकट बुक कर सकते हैं। इससे PRS की सुविधा सीधे यात्रियों के हाथों में आ गई है।
1 नवंबर, 2024 से, पूर्व में 120 दिनों का अग्रिम आरक्षण अवधि (ARP) घटाकर 60 दिन कर दिया गया है, जो यात्रा की तारीख को शामिल नहीं करता। यह बदलाव आरक्षण प्रवृत्ति और अनपेक्षित रद्दीकरण को कम करने के लिए किया गया है।
अग्रिम आरक्षण अवधि में यह परिवर्तन एक निरंतर प्रक्रिया है। वर्तमान PRS प्रति मिनट लगभग 25,000 टिकट बुक कर सकता है, जबकि नया सिस्टम इसकी चार गुना क्षमता के लिए डिज़ाइन किया गया है।

