
राहुल गांधी ने बिहार कांग्रेस के सभी विधायकों को दिल्ली बुलाया है। इससे पहले उन्होने बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्तचरण दास से लंबी बातचीत की। कहा जा रहा है कि बिहार कांग्रेस में बड़ी टूट से पहले खबर लीक हो गई। इसके बाद आनन-फानन में कांग्रेस आलाकमान डैमेज कंट्रोल की कोशिशों में जुट गया है।
नीतीश कुमार का ऑपरेशन कांग्रेस लीक
बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक हैं। दल-बदल कानून के तहत कम से कम 13 विधायक बागी होंगे तभी टूट को मान्यता मिलेगी। विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद से नीतीश कुमार ने बसपा और लोजपा जैसी पार्टियों को तोड़ने में सफलता प्राप्त की है। अब उनका निशाना कांग्रेस है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि बिहार कांग्रेस के कम से कम दो दर्जन नेता पार्टी से नाराज है। नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के एक सांसद और मंत्री को ऑपरेशन कांग्रेस की कमान दी है। लेकिन इसकी फनक कांग्रेस आलाकमान को लग चुकी है।
विरोधी पार्टियों में नीतीश क्यों कर रहे हैं सेंधमारी
इस बार नीतीश कुमार को प्रचंड बहुमत नहीं मिला है। बस किसी तरह बहुमत का आंकड़ा छूकर एनडीए ने सरकार बनाया। नीतीश कुमार को पता है कि अगर गलती से भी 8-10 विधायकों ने पाला बदला तो उनकी सरकार खतरे में आ जाएगी। दूसरा, नीतीश को मदन सहनी और जीतनराम मांझी जैसे क्षणभंगुर नेताओं पर भरोसा नहीं हैं। ये लोग बदली परिस्थितियों में पाला बदल सकते हैं। तीसरा, नीतीश कुमार स्वतंत्र होकर सरकार चलाने के आदी रहे हैं, वे दबाव की राजनीति नहीं चाहते , इसलिए उनकी कोशिश है कि अपने बहुमत के आंकड़े को बढ़ाया जाय, ताकि सहनी और मांझी जैसे नेता दबाव न बना सकें ।
‘ऑपरेशन कांग्रेस’ में कहां फंसा पेंच?
बिहार कांग्रेस में कई ऐसे नेता हैं तो जेडीयू के ऑफर को नहीं मान रहे हैं। वो टूटने को तैयार नहीं हैं। इनमें अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े विधायक, पुराने कांग्रेसी परिवार से जुड़े एमएलए और नए विधायक जेडीयू के ‘ऑपरेशन कांग्रेस’ के रास्ते के रोड़ा बने हुए हैं। इस मिशन में एक जेडीयू के सांसद को भी लगाया गया है, जो अपनी जाति के विधायकों को आगे होनेवाले फायदों के बारे में बता रहे हैं। हालांकि आगे क्या होगा, इसके लिए इंतजार करना पड़ेगा।
‘कांग्रेस विधायक पूरी ताकत के साथ एकजुट’
दरअसल हाल के दिनों में बीजेपी के सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी और जदयू के सहयोगी जीतन राम मांझी के तेवर को देखते हुए कांग्रेस में सेंधमारी की कोशिश हो सकती है। लेकिन, कांग्रेस इससे सीधा इंकार करती है। कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि कांग्रेस आज भी देश की सबसे बड़ी पार्टी है। उसे तोड़ने का सपना देखने वालों का सपना पूरा नहीं होगा। विधायक कांग्रेस के साथ पूरी ताकत के साथ एकजुट हैं।