झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र की तरह झारखण्ड के अफसरों को भी सरकार की ओर से वसूली का टार्गेट दिया गया है । यहां भी महाराष्ट्र की तरह ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल चल रहा है। इतना ही नहीं, रघुवर दास ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के मंत्री वसूली का पैसा ऊपर तक भेज रहे हैं।
महाराष्ट्र हो या झारखण्ड, कांग्रेस की वसूली का पैटर्न एक
रघुवर दास ने आरोप लगाया है कि झारखण्ड में कितना पैसा किस मंत्री तक पहुंच रहा है, इसकी जानकारी जन-जन को है ।उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है:-
झारखंड की तरह महाराष्ट्र में भी ट्रांसफर-पोस्टिंग मुख्य उद्योग बना हुआ है। वहां मुंबई कमीश्नर हटाये जाते हैं, यहांं डीजीपी। क्या गैरकानूनी काम करने के लिए ही कांग्रेस व उसके सहयोगी दल सरकार बनाते हैं, विकास तो इनके बस की बात है नहीं।पिछले सवा साल से झारखंड भी इसे देख रहा है।
रघुवर दास ने आगे लिखा है:-
झारखंड व महाराष्ट्र की यूपीए सरकार में एक बात कॉमन है। वहां भी हर माह वसूली की टारगेट दिया जा रहा है, झारखंड में भी। वहां यह आरोप निवर्तमान मुंबई कमीश्नर लगा रहे हैं, यहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फुरकान अंसारी ने वसूली की बात मानी है।
कांग्रेस के बहकावे में अनाप-शनाप बोल रहे हैं हेमंत सोरेन
रघुवर दास ने मिशनरियों के समर्थन में और हिंदू धर्म के खिलाफ़ हेमंत सोरेन के बार-बार दिए बयानों पर कहा कि हेमंत सोरेन आग से खेल रहे हैं। कांग्रेस के इशारे पर वे पहले आदिवासियों को हिंदू धर्म से अलग बताते हैं, फिर कहते हैं कि मिशनरियों के कारण झारखंड का विकास हुआ । हेमंत सोरेन को इन बयानों के दुष्प्रभाव को समझना चाहिए ।