नई दिल्ली: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात होने की संभावना अब धुंधली होती दिख रही है। एक वरिष्ठ रूसी राजनयिक ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया कि जब तक यूक्रेन मास्को की कुछ पुरानी मांगों को नहीं मानता, तब तक पुतिन जेलेंस्की से नहीं मिलेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस प्रयास को “तेल और सिरका मिलाने जैसा” बताया। उन्होंने कहा, “हम देखेंगे कि पुतिन और जेलेंस्की साथ काम करेंगे या नहीं। आप जानते हैं, यह थोड़ा तेल और सिरका जैसा है। वे स्पष्ट कारणों से एक-दूसरे से मेल नहीं खाते।”
ट्रंप ने सोमवार को दावा किया था कि उन्होंने दोनों नेताओं के बीच सीधी बातचीत की व्यवस्था शुरू कर दी है, लेकिन चार दिन बाद ही उनका उत्साह कम होता नजर आया। उन्होंने कहा कि अगर दो हफ्तों में मुलाकात तय नहीं हुई तो वह आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेंगे। इसमें रूस पर नए प्रतिबंध या टैरिफ लगाने की संभावना भी शामिल है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि पुतिन तब तक बैठक के लिए तैयार नहीं होंगे जब तक एजेंडा पूरी तरह तय न हो जाए। वहीं, यूक्रेन और पश्चिमी देशों की मांग है कि रूस के खिलाफ युद्ध के बाद सुरक्षा गारंटी दी जाए।
इस बीच, रूस ने पश्चिमी यूक्रेन पर 574 ड्रोन और 40 बैलिस्टिक व क्रूज़ मिसाइलों से इस साल का सबसे बड़ा हवाई हमला किया। यूरोपीय संघ के वरिष्ठ राजनयिक ने चेतावनी दी कि यूक्रेन से भूमि छोड़ने की किसी भी योजना को पुतिन का “जाल” माना जाना चाहिए।
ट्रंप ने दोहराया कि हत्या और हिंसा रुकनी चाहिए, लेकिन यूरोपीय नेताओं ने कहा कि पुतिन की ओर से शांति की कोई वास्तविक कोशिश दिखाई नहीं दे रही।

