उज्ज्वल दुनिया, हजारीबाग(संदीप सिन्हा)। विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के प्रतिकुलपति (प्रोवीसी) डॉ अजीत कुमार सिन्हा को झारखंड की कुलाधिपति सह राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के हाथों प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो का सम्मान मिला।
यह जानकारी देते हुए विभावि के पीआरओ डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में विनोबा भावे विश्वविद्यालय के विकास के लिए किए गए कार्यों के लिए डॉक्टर सिन्हा को सम्मानित किया गया।
विश्वविद्यालय में कोरोना काल में कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव के नेतृत्व में विभावि की पूरी टीम की ओर से सफलतापूर्वक परीक्षा संपन्न कराने, परीक्षाफल प्रकाशित करने और कोविड-19 के नियमों का पालन करने के लिए लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन प्रयत्नशील रहा है।
विश्वविद्यालय में ऑनलाइन कक्षाएं चलती रहीं, राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रत्येक गतिविधियों से जोड़ कर रखा गया तथा कई कार्यक्रम भी हुए।
ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना को लेकर जागरुकता अभियान चलाया गया तथा शिक्षकों व विद्यार्थियों के बीच लगातार संवाद की स्थिति बनी रही।
विश्वविद्यालय के अंतर्गत महाविद्यालयों की स्थिति से कुलपति तथा प्रति कुलपति अवगत होकर सभी समस्याओं को दूर करने का प्रयास करते रहे।
कुलपति के निरंतर प्रयास से ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी जारी किया गया तथा विशेष परिस्थिति में मात्र तीन दिनों में प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई।
प्रतिकुलपति के सम्मानित किए जाने से विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई है। साथ ही पूरा विश्वविद्यालय परिवार हर्षित है।
प्रतिकुलपति ने इस सम्मान का सारा श्रेय पूरे विश्वविद्यालय परिवार को देते हुए आभार प्रकट किया है।