बुलडोजर एक्शन पर प्रियंका गांधी और सीएम योगी का टकराव
मध्य प्रदेश – हाल ही में, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बुलडोजर एक्शन’ ने मध्य प्रदेश में भी तहलका मचा दिया है। छतरपुर में एक आरोपी की आलीशान कोठी पर बुलडोजर चलाकर उसे पूरी तरह से जमींदोज कर दिया गया। इस कार्रवाई ने फिर से राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है।
प्रियंका गांधी की आपत्ति
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि किसी भी आरोपी का अपराध और उसकी सजा केवल अदालत ही तय कर सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना और उसका घर तोड़ना कानून और मानवाधिकारों का उल्लंघन है। प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि सरकार को कानून का पालन करना चाहिए, न कि खुद न्याय करने का प्रयास करना चाहिए।
सीएम योगी का जवाब
इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि उनके बुलडोजर एक्शन का मकसद कानून की सख्ती से पालना और माफियाओं को सबक सिखाना है। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति सरकारी संपत्ति पर कब्जा करता है या कानून तोड़ता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करना जरूरी है। योगी ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका यह मॉडल अब अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी अपनाया जा रहा है, जैसे मध्य प्रदेश और असम में।
मध्य प्रदेश का ताजा मामला
मध्य प्रदेश में हाल ही में शहजाद हाजी की आलीशान कोठी पर बुलडोजर चलाया गया। हाजी पर आरोप था कि उसने थाने पर पथराव किया था। इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने भी सवाल उठाए हैं, जबकि बीजेपी नेता राधिका खेड़ा ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी पार्टी जब किसी मुस्लिम आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होती है, तो तुरंत प्रतिक्रिया देती है, लेकिन जब माफियाओं की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया जाता है, तो बुरा मान जाती है।
सारांश
इस विवाद ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि बुलडोजर एक्शन राजनीति का एक विवादास्पद मुद्दा है। कुछ लोग इसे कानून का सख्त पालन मानते हैं, जबकि दूसरों का कहना है कि यह बर्बरता है। आप इस मुद्दे पर क्या सोचते हैं? अपनी राय कमेंट करके जरूर बताएं।