जनसंख्या नियंत्रण बिल का विरोध कर नीतीश अपनी पार्टी और सरकार में अकेले पड़ते जा रहे हैं। सरकार में उनकी सहयोगी पार्टी बीजेपी जनसंख्या नियंत्रण बिल के समर्थन में है तो पार्टी के अंदर उपेन्द्र कुशवाहा, आरसीपी सिंह और ललन सिंह जैसे नेता इसका समर्थन कर रहे हैं। आरसीपी और ललन सिंह ने मीडिया के सामने तो कुछ नहीं कहा लेकिन उपेन्द्र कुशवाहा ने तो कैमरे पर आकर कहा कि बिहार में भी इसकी जरुरत पड़ेगी ।
उपेन्द्र कुशवाहा ने योगी सरकार के उत्तर प्रदेश में लागू किये गए जनसंख्या नियंत्रण कानून का समर्थन करते हुए कहा कि समय के अनुसार बिहार में भी इसकी आवश्यकता बढ़ गयी है । क्योंकि जिस तरह से आबादी बढ़ रही है उसका असर विकास पर दिखेगा । राज्य सरकार को भी परामर्श कर इस कानून को लागू करने की आवश्यकता है । पिछले दो दिन से बिहार का दौरा कर रहे उपेन्द्र कुशवाहा रविवार को मोतिहारी में थे ।
बिहार की बढ़ती आबादी का असर विकास पर- कुशवाहा
सोमवार को मोतिहारी नगर के जिला अतिथि गृह में कुशवाहा ने नीतीश सरकार के चलाए जा रहे योजनाओं को मीडिया के सामने रखा । उन्होंने योगी सरकार के उत्तर प्रदेश में लागू किये गए जनसंख्या नियंत्रण कानून का समर्थन करते हुए कहा कि समय के अनुसार बिहार में भी इसकी आवश्यकता बढ़ गयी है । क्योंकि जिस तरह से आबादी बढ़ रही है उसका असर विकास पर दिखेगा । राज्य सरकार को भी परामर्श कर इस कानून को लागू करने की आवश्यकता है ।
नीतीश ने कहा था कि कानून बनाने से कुछ नहीं होगा
जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अलग राय दी है । पटना में सोमवार को जनता दरबार में उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से बढ़ती जनसंख्या एक बड़ी समस्या है । जनसंख्या नियंत्रण के लिए जरूरी है कि महिलाएं शिक्षित हों । उनकी सरकार इस दिशा में काम कर रही है जिससे कहा जा सकता है कि वर्ष 2040 तक बिहार में जनसंख्या वृद्धि की समस्या पर काबू पा लिया जाएगा ।