हजारीबाग। हजारीबाग स्थित बड़कागांव त्रिवेणी प्रकरण धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है। कंपनी की तानाशाही रवैये का विरोध कर रहे 19 मजदूरों को जेल भेजे जाने के बाद आंदोलन की धार तेज होने लगी है। विधायक अंबा प्रसाद के विरोध और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के धरने के बाद अब इंटक के एक प्रतिनिधिमंडल ने इसी मामले में डीसी को ज्ञापन सौंपा है। इंटक के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष साजिद अली खान ने बताया कि धरने पर बैठे 19 मजदूरों को जेल भेजना कहीं से भी उचित नहीं है।
त्रिवेणी सैनिक कंपनी के इशारे पर काम कर रही है पुलिस
सभी मजदूर अपने हक के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे। इसमें पुलिस की एक पक्षीय भूमिका सही नहीं है।
पुलिस और प्रशासन त्रिवेणी सैनिक कंपनी के इशारे पर काम कर रहा है। इस मामले में इंटक का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी आदित्य कुमार आनंद के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की और मजदूरों को शीघ्र जमानत दिलाने का अग्रह किया।
मजदूरों को नहीं छोड़ा तो आंदोलन करेगा इंटक
इंटक नेता ने बताया कि डीसी ने इस संदर्भ में शीघ्र ही उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि अगर 19 मजदूरों को बेल नहीं मिला, तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी से सलाह मशविरा एवं निर्देशानुसार इंटक व्यापक आंदोलन करेगा।
प्रतिनिधिमंडल में इंटक के जिला अध्यक्ष प्रेम सत्संग, जमशेद खान, जयकरण साव, इजहार उल हक सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।