रांची के अनगड़ा निवासी एक शख्स चैता बेदिया ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की है। प्रार्थी ने वकील निशांत कुमार के माध्यम से दायर याचिका में कहा है कि उसके परिवारिक सदस्यों को पुलिस बिना किसी कारण उठा कर ली गयी है और कोई भी पुलिस पदाधिकारी या लोकल थाना उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दे रहे कि उनके परिजनों को क्यों उठाया गया है ।

इसके साथ ही उक्त याचिका में यह भी मांग की गयी है कि या तो पुलिस ने जिन लोगों को उठाया है उन्हें जल्द से जल्द रिहा करें या फिर अगर किसी मामले में वह वांछित हैं, तो अदालत के समक्ष उन्हें पेश किया जाये । आपको बता दें कि चैता बेदिया उसी लड़की के परिवार से है जिस लड़की ने बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी पर यौन शोषण का आरोप लगाया है ।
सुनील तिवारी को फंसाने के लिए पुलिस ने हमारे परिवार को उठाया
लड़की के परिजन चैता बेदिया ने याचिका (हेवियस कॉर्पस) के माध्यम से राज्य के डीजीपी, रांची के एसएसपी, ग्रामीण एसपी और अनगड़ा थाना प्रभारी को प्रतिवादी बनाया है । बेदिया ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि कुछ पुलिसकर्मी उसके घर पहुंचे और उनके पिता शिवाली बेदिया, बहन पुष्पमनी, पत्नी सुपोती देवी और उसके दो बच्चों को जबरन अपने साथ ले गये ।
पुलिस जबरन लड़की पर सुनील तिवारी के खिलाफ बोलने के लिए दबाव बना रही है
प्रार्थी चैता बेदिया ने याचिका में कहा है कि जिस समय पुलिस पहुंची वो उस समय घर पर नहीं थे वरना मुझे भी उठा लिया जाता । उन्होने अदालत से मांग की है कि अगर मेरे परिजन पुलिस की हिरासत में हैं तो उन्हें अदालत के समक्ष पेश किया जाय । चैता बेदिया ने आसंका जताई है कि सुनील तिवारी के खिलाफ बोलने के लिए पुलिस लड़की और परिवारवालों पर दबाव बना रही है ।