
देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में अचानक भगदड़ मच गई जिससे कई लोग चोटिल हो गए. मंदिर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है. महाशिवरात्रि पर सुबह से ही बाबाधाम मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी.
बताया जा रहा है कि बाबा वैद्यनाथ मंदिर में VIP गेट से एंट्री के लिए अफरा-तफरी का माहौल बना था. कुछ भक्त वीआईपी गेट से जलाभिषेक के लिए अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान लाइन में घंटों से लगे दूसरे लोगों ने इसका विरोध करने लगे. फिर देखते ही देखते हालत बिगड़ गए और भगदड़ में एक-दूसरे के ऊपर जा गिरे.
बाबा वैद्यनाथ मंदिर में वैसे तो प्रशासन और मंदिर प्रबंधन एक महीने पहले से व्यवस्थाएं करने में जुटा था. लेकिन महाशिवरात्रि के अवसर पर आस्था का जनसैलाब उमड़ा तो सारी व्यवस्थाएं पल भर में ध्वस्त हो गईं. शीघ्र दर्शनम काउंटर के पास मची भगदड़ की वजह से कई लोग चोटिल हो गए हैं.
विधायक अंबा प्रसाद और प्रबंधन के बीच तू-तू, मैं-मैं
बताया जा रहा है कि इसी दौरान पूजा और दर्शन के लिए पहुंची बड़कागांव की बिधायक अंबा प्रसाद भी भीड़ में फंस गईं. उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में मची भगदड़ में पुलिस प्रशासन ने उनका कोई सहयोग नहीं किया. उल्टा भक्तों पर लाठियां भांजी गईं. बताया जा रहा है कि भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठी चार्ज भी किया गया ।
अंबा का आरोप है कि देवघर एसडीओ दिनेश कुमार यादव और मंदिर व्यवस्थापक रमेश परिहस्त ने उनके साथ बहस की। घटना के बाद गोड्डा लोकसभा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर लाठीचार्ज का वीडियो शेयर किया है और कहा है कि जब आस्था पर राजनीति हावी हो तो श्रद्धालुओं का यही हाल होता है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर को बर्बाद करने की सुपारी किसी को दे रखी है।