प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय राजकीय यात्रा मॉरीशस के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। 11 मार्च 2025 को शुरू हुई इस यात्रा में पीएम मोदी को मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस दौरान भारतीय रक्षा बलों, भारतीय नौसेना के युद्धपोत और भारतीय वायु सेना की ‘आकाश गंगा’ स्काईडाइविंग टीम ने भी भव्य आयोजन में भाग लिया।
पीएम मोदी ने अपने मॉरीशस समकक्ष नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ कई द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने “महासागर” (MAHASAGAR – Mutual and Holistic Advancement for Security and Growth Across Regions) नामक एक नई समुद्री सहयोग नीति की घोषणा की, जो ग्लोबल साउथ में समुद्री सुरक्षा और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। यह घोषणा भारत की 2015 की ‘सागर’ (SAGAR) नीति को और आगे ले जाने का संकेत देती है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने की भारत की रणनीति थी।
मुख्य समझौते और घोषणाएँ:
✔ भारतीय रिज़र्व बैंक और बैंक ऑफ मॉरीशस के बीच व्यापार में स्थानीय मुद्राओं (INR और MUR) के उपयोग को बढ़ावा देने का समझौता।
✔ मॉरीशस सरकार और भारतीय स्टेट बैंक के बीच क्रेडिट सुविधा समझौता।
✔ लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्यमों (MSME) में सहयोग को लेकर भारत और मॉरीशस के बीच समझौता ज्ञापन।
✔ समुद्री सुरक्षा में सहयोग के लिए भारतीय नौसेना और मॉरीशस सरकार के बीच तकनीकी समझौता।
✔ प्रवासी भारतीयों के लिए ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड की घोषणा।
प्रधानमंत्री मोदी को मॉरीशस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन’ से सम्मानित किया गया। उन्होंने भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ भी मुलाकात की और कई भारत-समर्थित विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
इस यात्रा ने भारत और मॉरीशस के ऐतिहासिक और रणनीतिक संबंधों को और मजबूत किया है और भविष्य में व्यापार, सुरक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के नए रास्ते खोले हैं।