
RANCHI : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के आदेश के बाद लातेहार के महुआडांड़ स्थित ग्वालखाड़ गांव कि वयोवृद्ध महिला लालो कारवाईन को मई माह तक के वृद्धा पेंशन का भुगतान किया गया. अब भविष्य में बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंस के माध्यम से पेंशन का भुगतान किया जाएगा. साथ ही, लालो कारवाईन समेत गांव के सभी लोगों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ने और गांव को मूलभूत सुविधाओं से आच्छादित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

यह है मामला
दरअसल, झारखंड के लातेहार जिले में सड़क नहीं होने के कारण एक वृद्ध महिला को उसके पति और बेटे टोकरी में बिठाकर पेंशन के पैसे लेने प्रखंड मुख्यालय पहुंचे थे. जहां बैंक का सर्वर डाउन होने से पैसा नहीं मिल पाता है, इसके बाद वे प्रज्ञा केंद्र जाते हैं. प्रज्ञा केंद्र में भी उसका पैसा नहीं निकल पाता है और महिला निराश होकर वापस लौट जाती हैं. यह जानकारी मुख्यमंत्री को मिली. उन्हें पता चला कि वृद्ध लालो कारवाईन वृद्धा पेंशन के लिए 5 दिनों से प्रज्ञा केंद्र चक्कर लगा रही है. बायोमैट्रिक काम नहीं करने के कारण पेंशन का भुगतान नहीं हो पा रहा है. दूरस्त गांव से उसे भार में उठाकर कर पिछले पांच दिनों से प्रज्ञा केंद्र लाया जा रहा है. इसके बाद मुख्यमंत्री ने उपायुक्त लातेहार को मामले की जांच कर लालो कारवाईन को पेंशन और उनके परिवार को अन्य जरूरी योजनाओं से जोड़ते हुए सूचित करने, ग्वालखाड़ गांव को मूलभूत सुविधाओं से आच्छादित करने के साथ-साथ योजनाओं के अधिकार से कोई वंचित न रहे, यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया.