इसराइल की एक फर्म पेगासस को मोदी कैबिनेट के कुछ मंत्रियों, आरएसएस के नेता, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश और पत्रकारों के फ़ोन टैप करने के लिए हायर किया गया था । ये सनसनीखेज दावा पेरिस की एक मीडिया संस्था फॉरबिडेन स्टोरीज़ ने किया है। वेबसाइट की रिपोर्ट के बाद बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने ट्वीट किया था कि
इस तरह की अफ़वाह है कि वॉशिंगटन पोस्ट और लंदन गार्डियन एक रिपोर्ट छापने जा रहे हैं । जिसमें इसराइल की फर्म पेगासस को मोदी कैबिनेट के मंत्री, आरएसएस के नेता, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश और पत्रकारों के फ़ोन टैप करने के लिए हायर किए जाने का भंडाफोड़ हो सकता है ।
द वायर और वाशिंगटन पोस्ट के दावे को कंपनी ने किया खारिज
देर शाम ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ और भारत की समाचार वेबसाइट ‘द वायर’ ने एक ख़बर प्रकाशित कर दावा किया कि दुनियाभर के कई पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन हैक किए गए हैं। लेकिन, पेगासस नाम के जिस स्पाई वेयर से फ़ोन हैक करने की बात सामने आ रही है उसे तैयार करने वाली कंपनी एनएसओ ने तमाम आरोपों से इनकार किया है ।पेगासस कंपनी ने अपने बयान में कहा कि हम अपनी जासूसी सॉफ्टवेयर और इसकी तकनीक को केवल मान्यता प्राप्त सरकारी एजेंसियों को बेचती है और इसका उद्देश्य “आतंकवाद और अपराध के खिलाफ लड़ना” है।
भारत सरकार ने किया खंडन
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ , पेरिस की मीडिया संस्था फॉरबिडेन स्टोरीज़, और द वायर के दावे का खंडन करते हुए पूरी रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा बताया है । भारत सरकार ने इसे विदेशों में बसे एंटी इंडिया माइंडसेट की डर्टी ट्रिक्स बताया, जिसका मकसद पूरी दुनिया में भारत को बदनाम करना तथा भारतीय हितों को हानि पहुंचाना है ।