Satbahni Railway Station: पूर्व मध्य रेलवे (ECR) के अंतर्गत पड़ने वाला सतबहिनी स्टेशन सुरक्षा की दृष्टि से हमेशा से उपेक्षित रहा है, यह यहाँ के लोगों की शिकायत है। उनका कहना है कि यहां रेलयात्रियों को जान जोखिम में डालकर लाइन पार करनी पड़ रही है। प्लेटफार्म संख्या (Satbahni Railway Station) एक पर स्टेशन बना है, और इसके पूर्व में पहाड़ियों की श्रृंखला है। यहां यात्री गांवों की संख्या नगण्य है। 99% अगल बगल की आबादी स्टेशन के पश्चिम प्लेटफार्म संख्या तीन की ओर है। सतबहिनी, लूबा, भादुमा, शेखडीहा, बंजारी, मोरबे, चेचरिया, नौगढ़, दुबे तहले सहित अनेक गांव प्लेट फार्म नंबर 3 की ओर है, और यह क्षेत्र पिछड़ा, एससी ,एसटी जातिबहुल है। सबसे बड़ी मुसीबत तो यह है कि यहां प्लेटफार्म संख्या 1/2 पर हमेशा गुड्स ट्रेन खड़ी रहती है। फुटओवर ब्रिज के नहीं होने से यात्री मालगाड़ी के नीचे से घुसकर पार करते हैं और टिकट लेते हैं। महिलाएं, बुजुर्ग, दिव्यांग यहां जान हथेली पर लेकर गुड्स ट्रेन के नीचे से पार करने पर मजबूर हैं। महिलाएं बच्चे को गोद में लेकर टिकट खरीदने जाती हैं। जिससे हमेशा हादसा होने का खतरा बना रहता है।
अप्रोच रोड भी है समस्या
यहां के लोगों की दूसरी समस्या अप्रोच रोड की है। जिस अप्रोच रोड का उपयोग सतबहिनी गांव की ओर से स्टेशन जाने के लिए यात्री करते थे, उस पर डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। इसके निर्माण के बाद अप्रोच रोड पूर्ण रूप से बंद हो जाने की संभावना है। इससे यात्री डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ट्रैक पर चलकर स्टेशन जाने को मजबूर हो जाएंगे जिससे हमेशा दुर्घटना होने की संभावना बनी रहेगी।
ट्रेन पर चढ़ने-उतरने के दौरान यात्री हो रहे दुर्घटना का शिकार
यहां यात्रियों की समस्या रेल लेवल प्लेटफार्म की वजह से भी सामने आ रही है। ट्रेन पर चढ़ने-उतरने के दौरान यात्री दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। अभी तक कई यात्री ट्रेन में चढ़ने उतरने के दौरान अपनी जान गंवा चुके हैं।सतबहिनी स्टेशन के यात्रियों की जान जोखिम में न पड़े, इसको लेकर सामाजिक कार्यकर्ता गोरख नाथ शर्मा ने कैबिनेट रेल मंत्री, पलामू लोकसभा सांसद, डीआरएम, ECR मुगलसराय, पलामू उपायुक्त और अन्य सम्बंधित विभाग को पत्र लिख उनका इस ओर ध्यान आकृष्ट किया है। साथ ही हाईलेवल प्लेटफार्म, अप्रोच रोड तथा फुटओवर ब्रिज बनाए जाने का भी उन्होंने आग्रह किया हैl