पलामू (PALAMU): हुसैनाबाद थाना क्षेत्र में एक सरकारी शराब दुकान में 45 लाख रुपये की शराब घोटाले का मामला सामने आया है। दुकान के मैनेजर और उसके साथियों ने चोरी की एक साजिश रचकर इसे छिपाने की कोशिश की। लेकिन पुलिस की सतर्कता से मामले का खुलासा हुआ और पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
कैसे रचा गया चोरी का नाटक?
घटना 9 जनवरी की है, जब शराब दुकान में चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस को बताया गया कि दो हथियारबंद व्यक्ति दुकान में घुसे और कर्मचारियों को बंधक बनाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया।
जांच के दौरान, पुलिस को संदेह हुआ कि यह पूरी वारदात पहले से प्लान की गई थी। दुकान के तीन कर्मचारी – रणधीर कुमार, अभय कुमार, और विकास कुमार ने मिलकर यह साजिश रची। उन्होंने पंकज सिंह और विपिन सिंह की मदद से दुकान में चोरी का नाटक किया ताकि ऑडिट से पहले घोटाले को छिपाया जा सके।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
पलामू एसपी रिश्मा रमेशन ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद टेक्निकल सेल की मदद से जांच शुरू की गई। जब तीनों कर्मचारियों से सख्ती से पूछताछ की गई, तो उन्होंने घोटाले और चोरी की पूरी साजिश कबूल कर ली।
पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से 62,600 रुपये नकद, एक पिस्टल, और एक जिंदा गोली बरामद की है।
ऑडिट से बचने की कोशिश थी मकसद
जांच में यह खुलासा हुआ कि दुकान में काम करने वाले कर्मचारी लंबे समय से शराब और पैसे का गबन कर रहे थे। ऑडिट की जानकारी मिलने पर, उन्होंने चोरी की योजना बनाई ताकि घोटाले को छिपाया जा सके।
मामले का खुलासा और कार्रवाई
पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह साजिश नाकाम हो गई। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है, और मामले की तह तक जाने के लिए जांच जारी है।
यह घटना न केवल सार्वजनिक धन के दुरुपयोग को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि जिम्मेदार पदों पर कार्यरत लोग किस तरह साजिश रचकर कानून को चकमा देने की कोशिश करते हैं।