मेदिनीनगर (उज्ज्वल दुनिया): गढ़वा जिले के मझिआंव-बरडीहा थाना क्षेत्र के आदर गांव के लाहासुर टोलापर के अकबर अंसारी की दो नाबालिक लड़कियों को बुधवार को चार लोगों के द्वारा बहला-फुसला कर पेट दर्द की दवा बता कर जहर दे दिया गया। वहीं परिजनों के द्वारा गुरुवार की सुबह आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान बड़ी लड़की 14 वर्षीय सबीना खातून की मौत हो। वहीं 12 वर्षीय नजुरू खातून स्वस्थ हो गयी। घटना के बाद आनन-फानन में गांव के कुछ लोगों के द्वारा समझा-बुझा कर परिजन के साथ मिल कर 50 से 60 लोगों ने एकत्रित होकर सबीना खातून की मिट्टी स्थानीय कब्रिस्तान में दे दी।
वहीं मामला प्रकाश में आने के बाद बरडीहा पुलिस ने परिजनों से पूछताछ कर आवेदन के आधार पर 23 मई को कब्र से शव को बाहर निकलवाया। दफनाने के 6 दिनों के बाद एक नाबालिक लड़की का शव कब्र से बाहर निकाला गया। नाबालिक लड़की को जहर देकर मारने का आरोप है। मामले में जांच और पोस्टमार्टम के लिए शव को कब्र से बाहर निकाला गया और सदर अस्पताल भेज दिया गया है। मामले की छानबीन में पुलिस जुटी हुई है।
इस सिलसिले में गांव के चार युवकों सहित अन्य ग्रामीणों पर पुलिस कार्रवाई करने की तैयारी में है। बरडीहा थाना प्रभारी पंकज कुमार सिंदुरिया ने बताया कि आवेदन के आलोक पर चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। वहीं मृत लड़की का शव सोमवार की सुबह पुलिस निरीक्षक संजय कुमार, कांडी थाना प्रभारी नितिश कुमार एवं प्रखंड मजिस्ट्रेट संदीप कुमार गुप्ता की उपस्थिति में कब्र से बाहर निकाला गया। कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए गढ़वा सदर अस्पताल भेज दिया गया। थाना प्रभारी ने कहा कि अनुसंधान जारी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि दोनों लड़की जहरखुरानी का शिकार हुई थीं। मौत के बाद सभी ग्रामीणों ने मिल कर शव को स्थानीय कब्रिस्तान में दफना कर दिया था। इधर, मृतका के पिता ने बताया कि गांव के शमशेर ने अन्य युवकों के साथ मिल कर दवा बता कर जहरीला पदार्थ खाने के लिए दे दिया। स्थिति बिगड़ने पर निजी अस्पताल में इलाज कराया, लेकिन एक बेटी को बचा नहीं पाया।