इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत पर आतंकवाद को बढ़ावा देने और बलूचिस्तान को अस्थिर करने का आरोप लगाया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा कि भारत न केवल पाकिस्तान बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है।
“भारत की संलिप्तता स्पष्ट है। वे पाकिस्तान में आतंकवाद में शामिल रहे हैं और पूरे क्षेत्र को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं,” खान ने साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत एक “वैश्विक हत्या अभियान” चला रहा है, जिसे उनकी सरकार प्रायोजित कर रही है।
यह बयान 11 मार्च को बलूचिस्तान के बोलान जिले में जफर एक्सप्रेस पर हुए हमले के कुछ दिन बाद आया है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकियों ने ट्रेन पर हमला कर 21 यात्रियों और चार अर्धसैनिक सैनिकों की हत्या कर दी थी। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने 12 मार्च को सभी 33 आतंकियों को मार गिराने का दावा किया।
“भारत ने जफर एक्सप्रेस हमले की निंदा तक नहीं की,” खान ने कहा।
हालांकि, पाकिस्तान के इन आरोपों पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 14 मार्च को कहा, “पूरी दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है। पाकिस्तान को आत्मविश्लेषण करना चाहिए, न कि अपनी आंतरिक समस्याओं के लिए दूसरों पर आरोप लगाने चाहिए।”
खान ने यह भी कहा कि भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा रायसीना डायलॉग में दिए गए बयानों से पाकिस्तान चिंतित है। उन्होंने कहा, “भारत ने 1948 में खुद जम्मू-कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाया था। अब उनके पास सुरक्षा परिषद और उसके पूर्व सदस्यों को दोष देने का कोई अधिकार नहीं है।”
पाकिस्तान ने दावा किया कि वह शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व में विश्वास रखता है, लेकिन जम्मू-कश्मीर विवाद का शांतिपूर्ण समाधान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप होना चाहिए।
भारत ने पाकिस्तान को बार-बार स्पष्ट कर दिया है कि “जम्मू और कश्मीर था, है और हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहेगा।”