इस्लामाबाद:
पाकिस्तान और ईरान ने रविवार को सालाना द्विपक्षीय व्यापार को मौजूदा 3 अरब डॉलर से बढ़ाकर 10 अरब डॉलर करने पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ और ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियन के बीच हुई बातचीत के बाद दोनों देशों ने 12 समझौतों और समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए।
शहबाज़ शरीफ ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा उपयोग के अधिकार का समर्थन करता है और हालिया इजरायली हमलों की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा के लिए ईरान के साथ खड़ा है।”
दोनों नेताओं ने सीमा पार आतंकवाद पर चिंता जताते हुए आतंकवाद से मुकाबले में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति व्यक्त की।
वाणिज्य मंत्री जम कमाल खान और ईरानी उद्योग, खान और व्यापार मंत्री मोहम्मद अटबाक के बीच हुई बैठक में व्यापार वृद्धि पर सहमति बनी। खान ने कहा कि दोनों देशों को क्षेत्रीय व्यापार का लाभ उठाना चाहिए, जैसे ASEAN देशों ने किया।
ईरानी मंत्री अटबाक ने व्यापारिक रुकावटों को दूर करने, ट्रस्ट-बेस्ड साझेदारियों को विकसित करने और ईरानी व्यापार प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तान भेजने की बात कही। उन्होंने प्रत्येक उच्च-स्तरीय दौरे के दौरान B2B मीटिंग्स के आयोजन का सुझाव भी दिया।
दोनों पक्षों ने कृषि, ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, और सेवा क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं को पहचाने पर भी जोर दिया।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान और ईरान के बीच यह रणनीतिक आर्थिक साझेदारी न केवल द्विपक्षीय व्यापार को नई ऊंचाई पर ले जाएगी, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार गतिशीलता को भी नया आकार दे सकती है।