
तेज प्रताप यादव ने कहा है कि लालूजी और मां राबड़ी देवी को तनिक ठहरकर विचार करना चाहिए कि आज परिवार में कड़वाहट क्यों है ? भाई-बहन सब ऊपर से तो कुछ नहीं बोल रहे लेकिन दिल पर हाथ रखकर बोलें कि शंका, द्वेष, ईर्ष्या आदि है या नहीं। ये सब हुआ है कुछ बेहद लालची और मक्कार सलाहकारों के कारण। तेज प्रताप ने बिना नाम लिए कहा कि जो लोग सिर्फ फायदे के लिए पार्टी से जुड़े हैं, उनकी एकमात्र पूंजी ही चमचागिरी है। वे लालू परिवार में फूट देखना चाहते हैं। मेरी लड़ाई वैसे ही लोगों के खिलाफ है।
रक्षा बंधन के बाद तेज प्रताप यादव तीन दिनों तक दिल्ली में रहे। वे अपने दोस्त आकाश यादव और चैतन्य यादव के साथ दिल्ली के मॉल में मस्ती करते दिखे। वे दिल्ली के एक मॉल में आराम से टी-शर्ट और हाफ पैंट में कुछ खाते-पीते दिख रहे हैं। तेज प्रताप यादव 26 अगस्त की शाम दिल्ली से वृंदावन निकले और 27 अगस्त की सुबह लोजपा (पारस गुट0 से चिट्ठी जारी हुई कि आकाश यादव और दर्जनों राजद नेता लोजपा का दामन थामेंगे । तो क्या तेज प्रताप यादव ने चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस से बातचीत कर अपने लोगों को लोजपा पारस गुट की सदस्यता दिलाई ?

वृंदावन के वल्लाभाचार्य से लिया आशर्वाद
वृंदावन पहुंचकर तोज प्रताप यादव ने स्वामी वल्लभाचार्य आश्रम जाकर अपने गुरु से आशीर्वाद लिया। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि स्वामी वल्लभाचार्य स्वर्गीय रामविलास पासवान के भी आध्यात्मिक गुरु रहे हैं ौर चिराग और पशुपति पारस दोनों इनको बहुत मानते हैं। अपने गुरु से आशीर्वाद लेते हुए तेज प्रताप यादव ने लिखा, “जब भी मेरा मन अशांत होता है, मैं वृंदावन में गुरु की शरण में ाता हूं. यहां आकर मुझे बहुत शांति मिलती है” ।

अपने-अपने परिवार के राजनीतिक वारिसों द्वारा बेदखल तेज प्रताप और प्रिंस आपस में हाथ मिलाएंगे !
राजनीतिक तौर पर पशुपति कुमार पारस और तेज प्रताप यादव का दर्द एक सा है। राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान लोजपा के नेता बन गए और लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी को राजद की कमान मिल गई। जिंदगी भर आज्ञाकारी रहने के बावजूद प्रिंस और तेज प्रताप के हिस्से कुछ नहीं आया। प्रिंस के पिता ने बगावत कर अपना अलग गुट बना लिया, लेकिन तेज प्रताप अब भी परिवार में सम्मान पाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. अब पशुपति कुमार पारस चाहते हैं कि तेज प्रताप और प्रिंस आपस में मिलकर यादव-पासवान जाति के युवाओं का प्रतिनिधित्व करे। लेकिन ये सब होगा लोजपा (पारस गुट) के बैनर तले ही।
कई और राजद नेता बदलेंगे पाला
आकाश यादव और उनके सहयोगियों ने दिल्ली में बताया कि अभी तो शुरुआत है, अभी हर जिले से सैंकड़ो युवा राजद के साथी हमारे साथ जुड़ेंगे। उन्होने कहा कि बार-बार एक कोटरी द्वारा लालूजी के परिवार में फूट डालने की कोशिश होती रही है। तेज प्रताप जी बार-बार अपमान का घुंट पीकर सिर्फ परिवार की एकता बचाने की खातिर चुप रहे. लेकिन अब हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। जगदानंद सिंह पर तंज कसते हुए आकाश यादव ने कहा कि उनका बस चले तो तेज प्रताप के बोलने पर भी प्रतिबंध लगा दें।