बोधगया। विश्वधरोहर महाबोधि मंदिर की देखरेख करने वाली संस्था बोधगया टेम्पल मैनेजमेंट कमिटि के वर्तमान ऑफिस को तोड़ कर उसका नए सिरे से निर्माण होना है। इसके लिए अस्थायी रूप से कालचक्र मैदान में ऑफिस बनाने का काम प्रारंभ किया गया है। लेकिन स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि अस्थाई के नाम पर पक्का निर्माण हो रहा है।
लोगों का कहना है कि परम पावन दलाईलामा जी का इसी मैदान में प्रवचन होता है। जिसमे दुनिया के कोने कोने से लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं। साथ ही बोधगया का एकमात्र यही मैदान है। पास में और भी दूसरी कई जगह है जहां ऑफिस निर्माण किया जा सकता है। स्थानीय एमएलए और आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता कुमार सर्वजीत ने इस कार्य पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि परम पावन दलाईलामा जी से मिलने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसी मैदान में आते हैं। बिहार का यह सबसे खूबसूरत मैदान है जिसमे राष्ट्रीय और प्रदेशस्तरीय खेल कूद का आयोजन आये दिन होते रहता है। ऐसे मैदान में बीटीएमसी द्वारा किसी भी तरह का निर्माण कराया जाना जनहित में नही है।
कुमार सर्वजीत ने यह भी कहा कि लगभग डेढ़ वर्षों से महाबोधि मंदिर में दान नही आ रहा है। कोरोना महामारी के चलते विदेशी श्रद्धालुओं का यहां आना बिल्कुल बंद है। ऐसी स्थिति में बोधगया टेम्पल मैनेजमेंट कमिटि की प्राथमिकता होनी चाहिये कि मंदिर के रखरखाव और कर्मचारियों के वेतन सुचारू रूप से चलाने के लिए पैसे बचा कर रखे। उन्होंने बताया कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी संबंधित अधिकारियों को कहा है कि इस निर्माण पर तत्काल रोक लगाई जाय। जल जीवन हरियाली के प्रति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिबद्धता का हवाला देते हुए कुमार सर्वजीत ने सरकार से इस निर्माण पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है अन्यथा कोर्ट जाने की चेतावनी दी है।